नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। सर छोटू राम
इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में इंजीनियर्स डे के अवसर पर विशेष
व्याख्यान का आयोजन किया गया। अध्यक्षता संस्थान के निदेशक प्रो. नीरज सिंघल ने
की। विश्वविद्यालय इंजीनियर मनीष मिश्रा मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
व्याख्यान का विषय सिविल इंजीनियरिंग के सामान्य ज्ञान का महत्व और उसका बहु-विषयक प्रासंगिकता रहा। अध्यक्षीय संबोधन में निदेशक प्रो. नीरज सिंघल ने कहा कि "विश्व की सबसे प्राचीन इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग ही आधुनिक इंजीनियरिंग का आधार है। पुराने समय की संरचनाएँ और तकनीकें आज भी प्रासंगिक हैं और नई तकनीकें इन्हीं पर आधारित होकर विकसित होती हैं। इंजीनियरिंग का यह संगम ही हमें सतत विकास और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में आगे बढ़ाता है।
इस व्याख्यान से
आईटी विभाग के विद्यार्थियों को यह सीखने का अवसर मिला कि सिविल इंजीनियरिंग का
आधारभूत ज्ञान कंप्यूटर, सूचना प्रौद्योगिकी, मैकेनिकल तथा अन्य
इंजीनियरिंग शाखाओं के लिए भी महत्वपूर्ण है। सूचना प्रौद्योगिकी
विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आईटी कोऑर्डिनेटर डॉ. मानव बंसल, डॉ. प्रियंक सिरोही, डॉ. लक्ष्मी शंकर सिंह, इंजीनियर नीलम, इंजी. प्रवीण कुमार, प्रदीप कुमार, विक्रम सिंह सहित
सैकड़ों छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
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