-एआई की कार्यशाला और 'आधुनिकता में कबीर' पर संगोष्ठी, विवि में
जुटे विशेषज्ञ
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय अकादमिक नवाचार और
सांस्कृतिक विमर्श का केंद्र बना, जहाँ एक ओर विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने आर्टिफिशियल
इंटेलिजेंस (एआई) पर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन डेटालीड्स अकादमी द्वारा
अदिरा पहल के तहत गुगल, एवीपीएन और एशियन विकास
बैंक द्वारा समर्थितप्रयास के तहत हुआ। वहीं दूसरी ओर हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में 'आधुनिकता में कबीर' विषय पर एक राष्ट्रीय
संगोष्ठी का आयोजन हुआ। इन कार्यक्रमों ने विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों
को तकनीकी प्रगति के साथ-साथ अपनी साहित्यिक और सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने का
अवसर प्रदान किया।
स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने
विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. ऋतेष चौधरी के मार्गदर्शन में "एडीआरए-एआई फॉर डिजिटल
रेडीनेस एंड एडवांसमेंट" विषय पर विभाग की सहायक आचार्य डॉ. प्रीति सिंह के
संयोजन में ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित की। यह कार्यशाला मीडिया में एआई के नैतिक
उपयोग और डिजिटल उन्नति के लिए "बिल्ट-इन-इंडिया" दृष्टिकोण को बढ़ावा
देने पर केंद्रित थी। यह कार्यशाला पत्रकारिता विभाग के हाई-टेक मल्टीमीडिया लैब
में आयोजित की गई।
मीडिया में एआई की बढ़ती भूमिका
इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में आईटीएम विश्वविद्यालय, ग्वालियर के पत्रकारिता
विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनीष कुमार जैसल रहे। कार्यक्रम में अपने
विचार साझा करते हुए डॉ. मनीष कुमार जैसल ने बताया कि मीडिया में एआई की बढ़ती
भूमिका के बावजूद अनुभव, भावना और गहन चिंतन
जैसे मानवीय गुण अपरिहार्य हैं।
इनका रहा सहयोग
कार्यक्रम समन्वयक डॉ. प्रीति सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। संचालन
विभाग की छात्राओं भावना सिंह और प्रियांशी भाटिया ने किया। कार्यक्रम में तकनीकि
सहयोग सहायक आचार्य राम प्रकाश तिवारी का रहा। इस दौरान विभाग के शिक्षकों प्रोफे.
अशोक त्यागी, सह आचार्य डॉ. संतोष
के. गौतम, तरुण जैन तथा
शिक्षणेत्तर कर्मीयों हर्षित, कपिल, संजय पाल, कुलदीप एवं बिजेंद्र
आदि भी विद्यार्थियों के साथ उपस्थित रहे।
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