-सीसीएसयू के उर्दू विभाग में शिक्षक दिवस पर हुआ कार्यक्रम का आयोजन
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। निःसंदेह, एक शिक्षक का स्वभाव ही
ऐसा होता है, जो अपने छात्रों को न केवल किताबी ज्ञान से रोशन करता है, बल्कि कड़े प्रशिक्षण
के माध्यम से उनकी छिपी प्रतिभा को निखारने का भी कार्य करता है। एक शिक्षक न केवल
अपने छात्रों को ज्ञान के भंडार से समृद्ध करता है, बल्कि उनके बेहतर
भविष्य के लिए भी सदैव प्रयासरत रहता है। एक शिक्षक एक ऐसी शख्सियत होता है, जो
चाहता है कि उसके छात्र उससे भी आगे बढ़ें। ये शब्द उर्दू विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर
असलम जमशेदपुरी के थे, जो उर्दू विभाग में शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपना
अध्यक्षीय भाषण दे रहे थे।
इससे पहले, कार्यक्रम की शुरुआत
मुहम्मद ईसा राना ने पवित्र कुरान की तिलावत से हुई। फबीहा ने नात पेश की।
प्रोफ़ेसर असलम जमशेदपुरी ने समारोह की अध्यक्षता की। कार्यक्रम का संचालन शोध
छात्रा सैयदा मरियम इलाही ने किया और मुख्य संयोजक उज़मा सहर थीं। कार्यक्रम के अंत में
डॉ. फराह नाज़, डॉ. शबिस्तान परवीन, विभाग के शोधार्थी
शाह-ए-ज़मन, अतहर खान, कासिम खान, फरहत अख्तर, उज़मा तरन्नुम, तैय्यबा तबस्सुम, मुहम्मद आबिद अली, मुहम्मद नदीम, अलफैज, परवेज, नायाब, महविश, नमरा, आयशा सिद्दीका और बड़ी
संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
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