नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। शोभित विश्वविद्यालय के विधि एवं संवैधानिक अध्ययन विद्यालय द्वारा पड़ोसी राज्यों में सुरक्षा परिदृश्य विषय पर एक ज्ञानवर्धक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस सत्र के मुख्य वक्ता थे डॉ. शांतनु मुखर्जी (नैटस्ट्रैट - सामरिक एवं सुरक्षा मुद्दों पर अनुसंधान केंद्र के सलाहकार, मॉरीशस गणराज्य के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तथा पूर्व आईपीएस अधिकारी)। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसके उपरांत प्रो. प्रमोद कुमार गोयल (निदेशक, विधि संकाय) ने स्वागत भाषण देकर सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का अभिवादन किया।
व्याख्यान में डॉ. मुखर्जी ने भारत के पड़ोसी देशों से जुड़े सुरक्षा परिदृश्यों का व्यापक विश्लेषण प्रस्तुत किया। उन्होंने सीमा पार आतंकवाद, बदलती भू-राजनीतिक परिस्थितियाँ, अंतर्राष्ट्रीय गठबंधनों की भूमिका तथा पाकिस्तान, बांग्लादेश, चीन और नेपाल से जुड़ी चुनौतियों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने छात्रों को परिधीय देशों के हितों, कूटनीतिक संबंधों और भू-राजनीति की समझ विकसित करने पर बल दिया। अपने समापन संबोधन में उन्होंने आश्वस्त किया कि भारत की कूटनीतिक और सैन्य रणनीतियाँ इतनी मजबूत हैं कि राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की चिंता की आवश्यकता नहीं है। कार्यक्रम के समापन पर डॉ. मोहम्मद आमिर ने कहा कि यह व्याख्यान विद्यार्थियों और संकाय सदस्यों दोनों के लिए अत्यंत प्रेरणादायी और ज्ञानवर्धक रहा तथा इसने उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं पर गंभीरता से विचार करने हेतु प्रोत्साहित किया।
No comments:
Post a Comment