सपना सीपी साहू
नित्य संदेश, इंदौर। हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार द्वारा सतत स्पर्धाओं की श्रृंखला जारी है। इसी क्रम में 'श्राद्ध, श्रद्धा और हम' विषय पर आयोजित 101वीं स्पर्धा में उत्कृष्ट रचना उकेर कर पद्य में प्रथम विजेता बनने में दीप्ति खरे (मंडला, मप्र) एवं गद्य में डॉ. विद्या पटेल 'सौम्या' (प्रयागराज, उप्र) सफल हुए हैं।
मंच-परिवार की सह-सम्पादक अर्चना जैन व संस्थापक-सम्पादक अजय जैन ‘विकल्प’ ने परिणाम की यह जानकारी दी। आपने बताया कि, इस विषय पर श्रेष्ठता अनुरुप निर्णायक मंडल ने पद्य में पहले क्रम पर 'पितृ ऋण' रचना हेतु दीप्ति खरे को चुना है। इसी वर्ग में रचना 'श्राद्ध हमारी श्रध्दा' के लिए सपना साहू ‘स्वप्निल’ (इंदौर, मप्र) को द्वितीय एवं 'पितृ नम:' पर प्रो. डॉ. शरद नारायण खरे (मंडला, मप्र) को तृतीय विजेता घोषित किया गया है।उक्त परिणाम के लिए मंच की संयोजक प्रो.डॉ. सोनाली सिंह, मार्गदर्शक डॉ.एम.एल. गुप्ता ‘आदित्य’, परामर्शदाता डॉ. पुनीत द्विवेदी (मप्र), विशिष्ट सहयोगी एच.एस. चाहिल व प्रचार प्रमुख श्रीमती ममता तिवारी ‘ममता' (छग) ने विजेताओं व सहभागियों को हार्दिक बधाई दी है।
श्रीमती जैन ने बताया कि हिंदी साहित्य अकादमी (मप्र) से अभा नारद मुनि पुरस्कार-सम्मान एवं 1 राष्ट्रीय कीर्तिमान प्राप्त 1.55 करोड़ दर्शकों-पाठकों के अपार स्नेह और 10 सम्मान पाने वाले इस मंच द्वारा आयोजित उक्त स्पर्धा में गद्य वर्ग में प्रथम स्थान पर 'जीवन की जड़ें पूर्वजों में' आलेख पर डॉ. पटेल ने सबको पीछे छोड़ा है तो 'पितृ वन्दनीय' आलेख के लिए डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’ (झारखण्ड) ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है।
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