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Tuesday, September 16, 2025

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की में 22 सितम्बर को आयोजित किया जाएगा 37वाँ दीक्षांत समारोह

नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने बताया कि 22 सितम्बर को 37वाँ दीक्षांत समारोह भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा। 

इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलाधिपति एवं उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी तथा छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक एवं विशिष्ट योग्यता प्रमाण पत्र प्रदान करेंगी। दीक्षांत समारोह में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के अध्यक्ष प्रो. टी. जी. सिथाराम (मुख्य अतिथि), उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय तथा राज्य मंत्री रजनी तिवारी भी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस अवसर पर कुलाधिपति विश्वविद्यालय परिसर में कर्मचारियों के लिए बनाए गए आवासीय फ्लैट बी. फार्मा बिल्डिंग एवं मियावाकी तकनीक से विकसित तपोवन पार्क का लोकार्पण भी होगा। यह पार्क शहरी क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण और जैव-विविधता संवर्धन की दिशा में एक अभिनव पहल है। मियावाकी वृक्षारोपण पद्धति जापानी वनस्पति शास्त्री अकीरा मियावाकी द्वारा विकसित की गई है, जो कम स्थान पर अधिक घने एवं आत्मनिर्भर वन तैयार करने में सक्षम है।

विश्वविद्यालय में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2 जन्मदिवस (17 सितम्बर) से प्रारम्भ 'सेवा पखवाड़ा' (17 सितम्बर अक्टूबर 2025) के अंतर्गत विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। राजभवन के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय परिवार, संबद्ध महाविद्यालय एवं स्थानीय निकाय मिलकर सेवा पखवाड़ा को सफल एवं सार्थक बनाएंगे।

सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम

1. स्वच्छता अभियान एवं सफाई कार्यक्रम

2. साइकिल यात्रा पर्यावरण एवं स्वास्थ्य के संदेश के साथ

3. वृक्षारोपण अभियान

4. मातृ सम्मेलन

5. आंगनबाड़ी केंद्रों का भ्रमण व कार्यक्रम

6. वर्ग 3 एवं 4 के कर्मचारियों का सम्मान समारोह

7. कस्तूरबा विद्यालय भ्रमण

8. पोषण जागरूकता पर भाषण एवं कार्यशाला

9. कारागार भ्रमण एवं सांस्कृतिक संवाद

10. शिक्षकों द्वारा पुराने कपड़ों का दान

11. प्रधानमंत्री जन्मदिवस पर आंगनबाड़ी केंद्रों में विशेष आयोजन

12. वृद्धाश्रम एवं अनाथाश्रम भ्रमण

13. संतों के आशीर्वाद कार्यक्रम

14. गोद लिए गए गाँवों में सामाजिक कार्यक्रम

15. आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों/सहायिकाओं हेतु कार्यशाला

16. शिक्षक एवं विद्यार्थियों के बीच खेलकूद प्रतियोगिताएँ

17. निकटवर्ती राज्यों का अध्ययन प्रवास

18. प्रदर्शनी का आयोजन

19. स्व-सहायता समूहों के लिए कार्यशालाएँ

20. 'पढ़ें' कार्यक्रम का आयोजन

21. संलग्न महाविद्यालयों के प्राचार्यों के साथ संवाद

इन कार्यक्रमों का उद्देश्य सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा का विस्तार, स्वास्थ्य एवं पोषण जागरूकता तथा राष्ट्रीय सेवा की भावना को बढ़ावा देना है।


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