नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल पैथोलॉजी एवं ओरल माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा “निदान में कृत्रिम बुद्धिमत्ता” विषय पर एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन सुभारती विश्व विद्यालय के संकाय सदस्यों एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए किया गया।
इस व्याख्यान के संसाधन व्यक्ति डॉ. जे. ऑगस्टिन (प्रोफेसर, मौलाना आज़ाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ डेंटल साइंसेज़, नई दिल्ली) रहे। उन्होंने अपने व्याख्यान में ओरल निदान, भविष्यवाणी तथा उपचार के परिणामों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के प्रभाव पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह उत्साहजनक है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता दंतचिकित्सा के विभिन्न क्षेत्रों में, विशेषकर निदान के क्षेत्र में तीव्र गति से अपने पंख फैला रही है। इस व्याख्यान में 90 स्नातकोत्तर विद्यार्थी एवं 49 संकाय सदस्य सुभारती डेंटल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के विभिन्न विभागों से सम्मिलित हुए। अतिथि वक्ता का सम्मान प्राचार्य एवं डीन डॉ. निखिल श्रीवास्तव, साथ ही डॉ. विजय वाधवन (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष), डॉ. प्रीति शर्मा, डॉ. एकता विश्वोई और डॉ. पूर्णिमा गुप्ता द्वारा किया गया।
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