-5 जुलाई तक बोर्ड से जाति
सूचक शब्द नहीं हटाने पर क्षत्रिय समाज स्वयं हटाएगा
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। क्षत्रिय समाज ने
परतापुर के पास एक बोर्ड पर सम्राट मिहिर भोज के नाम से पहले जाति सूचक शब्द के इस्तेमाल
पर रोष व्यक्त किया है। इस सम्बन्ध में 9 जून को जिलाधिकारी के माध्यम से केंद्र व
राज्य सरकार को ज्ञापन भेजा था। एक महीने का समय इन सभी बिन्दुओं पर कार्रवाई व बोर्ड
से जाति सूचक शब्द हटाने की मांग की गई थी।
क्षत्रिय समाज ने चेतावनी
दी है कि बोर्ड से जाति सूचक शब्द नहीं हटाया गया तो 5 जुलाई को क्षत्रिय समाज बड़ी
संख्या में पहुंचकर खुद बोर्ड से शब्द हटाने का काम करेगा। शनिवार को यह जानकारी कंकरखेड़ा
बाईपास स्थित एक होटल में क्षत्रिय समाज के पदाधिकारियों ने पत्रकार वार्ता मे दी।
राहुल ठाकुर मुल्हैडा ने इसके लिए एक राज्य मंत्री को दोषी ठहराया, आगे कहा कि राजनैतिक
लाभ के लिए जातिवाद का जहर घोला जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां भी मिहिर भोज
को लेकर विवाद ने बड़ा रुप लिया है, उसके लिए एक राज्य मंत्री दोषी है। यह भी कहा कि
सम्राट मिहिर भोज के वंशज राजकुमार अरुणोदय सिंह के द्वारा अपने पुर्वज की जाति को
लेकर ग्वालियर हाईकोर्ट में केस लड़ना पड़ रहा है। जाति को लेकर एक केस चंडीगढ़ हाईकोर्ट
में भी चल रहा है, उन्होंने बताया कि दोनों ही कोर्ट के आदेश है कि जब तक निर्णय नहीं
आ जाता, कोई भी व्यक्ति अगर मिहिर भोज की प्रतिमा या बोर्ड लगाने का कार्य करता है
तो वह केवल सम्राट मिहिर भोज नाम का ही प्रयोग करें। पत्रकार वार्ता में विजय राघव
,श्याम सिंह, उत्तम सिंह, शिव कुमार, पवन पुण्डरी, राजेंद्र चौहान, राकेश सोम, देवराज सोम, मदनपाल सिंह, विवेक, शिवा, चन्दन पटवाल, बिनोद परमार, महिपाल, दिनेश ठाकुर
व मनोज राणा आदि मौजूद रहे।
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