-पीआरवी-0562 पर तैनात थे सिपाहियों को एसएसपी ने
किया पुरस्कृत
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। तीन साल पूर्व परिवार से बिछड़े मानसिक रूप से अस्वसथ्य युवक को परिजनों
से पुलिस ने मिलवा दिया। दोनों सिपाही पीआरवी-0562 पर तैनात थे और हसनपुर कला में गश्त कर रहे थे। युवक तीन साल पहले अलग होकर एक ढाबे पर
पहुंच गया था। आरक्षी सचिन कुमार व आरक्षी चालक लोकेश सिंह
को एसएसपी ने उत्साहवर्धन क लिए नगद पुरस्कार
से पुरस्कृत किया है।
एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि आरक्षी सचिन कुमार व लोकेश सिंह गत 02 जून 2025 को पीआरपी-0562 पर तैनात थे। थाना किठौर क्षेत्र के हसनपुर कला में गस्त कर रहे थे। इसी दौरान वे गंगा ढाबा के पास पहुंचे, वहां पर ढाबा के मालिक
विपिन कुमार ने बताया कि उनके ढाबे पर एक महीने से काम कर रहे संतोष कुमार, जो मानसिक रूप
से अस्वस्थ है, के बारे में बताया। संतोष
अपने घर जाना चाहता है, उसके घर का पता नहीं चल पा रहा है और
न हीं वह अपने घर का पता बता पा रहा है। आरक्षी सचिन व लोकेश
के द्वारा संतोष से उसके घर के बारे में जानकारी की गई।
संतोष के द्वारा अपने घर का पता रोहतास बिहार बताया, जिस पर
आरक्षी सचिन व लोकेश के द्वारा अपने साथ के अन्य आरक्षी हरिशंकर झा, जो सोनभद्र में तैनात है तथा मूल रूप से बिहार का रहने वाला है, से संपर्क किया। उसे संतोष के बारे में जानकारी
करने के लिए कहा गया, हरिशंकर झा के द्वारा रोहतास जिले के
गांव के प्रधान व अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों के नंबर उपलब्ध कराए गए, जिसे सचिन व लोकेश के द्वारा संपर्क किया गया। उन्हें
व्हाट्सएप पर संतोष के फोटो व उसके बारे में उपलब्ध जानकारी दी गई।
कोशिश हुई तो दो-तीन घंटे के अंतराल पर मिल गया पता
बताया कि दो-तीन घंटे के अंतराल पर संतोष के भाई मनोज के द्वारा
आरक्षी लोकेश के नंबर पर संपर्क किया गया तथा संतोष के बारे में जानकारी की गई। आरक्षी सचिन व लोकेश के द्वारा व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल के माध्यम से
मनोज से वीडियो कॉल से संपर्क कर संतोष से उसके भाई मनोज की वार्ता कराई गई। संतोष के भाई मनोज से संतोष के बारे में जानकारी की गई तो मनोज के द्वारा
बताया गया कि 3 वर्ष पहले संतोष अपनी बहन के
साथ चंडीगढ़ दवाई लेने गया था, तभी से वह बिछड़ गया था।
रोहतास जिले के एक गांव का था युवक
आरक्षी सचिन व लोकेश के द्वारा संतोष के भाई मनोज को थाना किठौर क्षेत्र का
पता उपलब्ध कराया गया। आने-जाने के रास्ते में भी उनकी फोन से वार्ता कर मदद की गई। जिस पर 03 जून को मनोज व उसका परिवार किठौर
क्षेत्र में आए, जिन्हें संतोष को कानूनी प्रक्रिया के तहत सुपुर्द किया गया। आरक्षी
लोकेश सिंह व सचिन कुमार द्वारा किए गए सराहनीय कार्य के उत्साहवर्धन के
लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा दोनों आरक्षियों को नगद पुरस्कार
से पुरस्कृत किया गया।
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