नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं किसानों के मसीहा भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। विश्वविद्यालय परिसर में स्थित उनकी प्रतिमा पर कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर हरे कृष्णा ने माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। कार्यवाहक कुलपति प्रो. हरे कृष्णा ने कहा कि चौधरी चरण सिंह जी का जीवन सत्य, साधना और सेवा का प्रतीक है। उन्होंने भारतीय राजनीति में किसानों की आवाज़ को बुलंद किया और ग्रामीण भारत के सशक्तिकरण के लिए उल्लेखनीय कार्य किए। विश्वविद्यालय उनके नाम से जुड़ा है, यह हम सबके लिए गर्व और उत्तरदायित्व दोनों है। उन्होंने यह भी कहा कि चौधरी साहब के सिद्धांत और विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं और हमें प्रेरित करते हैं कि हम शिक्षा को जनकल्याण और सामाजिक न्याय का माध्यम बनाएं।
साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के समन्वयक प्रोफेसर कृष्णकांत शर्मा ने कहा कि चौधरी चरण सिंह जी ने राजनीति को केवल सत्ता का साधन नहीं, बल्कि सेवा का माध्यम माना। वे नैतिकता, ईमानदारी और सादगी के प्रतीक थे। जब उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, तो वह एक ऐसे नेता के रूप में सामने आए, जो सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं करता। उनकी सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि वे बोलते कम थे, करते अधिक थे।
इस अवसर पर छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर भूपेंद्र सिंह, प्रोफेसर जमाल अहमद ससिद्दीकी, डिप्टी रजिस्ट्रार सत्य प्रकाश, डॉक्टर सचिन कुमार, डॉक्टर अलका तिवारी, डॉक्टर योगेंद्र गौतम, डॉक्टर वैशाली पाटिल, इंजीनियर मनीष मिश्रा, इंजीनियर मनोज कुमार, दीपक त्यागी आदि मौजूद रहे।
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