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Sunday, April 27, 2025

अब गरीब बच्चे भी बनेंगे जज व सरकारी अधिकारी: डॉ. जीके शर्मा

 


-एक मई को किया जाएगा कोचिंग सेंटर का उद्घाटन, प्रेसवार्ता में दी जानकारी

शाहिद खान

नित्य संदेश, मेरठ। रविवार को ए-1, ए-ब्लॉक मार्केट, तेजगढ़ी चौराहा शास्त्री नगर स्थित प्रणब वशिष्ठ ज्यूडिशियल एकेडमी एंड ट्रेनिंग सेंटर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोन्धित करते हुए ज्यूडिशियल एकेडमी एंड ट्रेनिंग सेंटर के ऑनर व डायरेक्टर प्रणब वशिष्ठ, विश्व प्रसिद्ध विधिवेत्ता व रिटायर्ड जज डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मेरठ में पहली बार प्रणब वशिष्ठ ज्यूडिशियल एकेडमी एंड ट्रेनिंग सेंटर के नाम से जज, सरकारी वकील व सरकारी अधिकारी बनने के लिए कोचिंग सेंटर का उद्घाटन 1 मई को किया जागा।


प्रणब वशिष्ठ ज्यूडिशियल एकेडमी एंड ट्रेनिंग सेंटर में उच्च स्तरीय व प्रसिद्ध न्यायिक अध्यापक कक्षाओं में छात्र-छात्राओं को शिक्षा व प्रशिक्षण देंगे। अकादमी में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को पीसीएस(जे), एचजेएस, एपीओ तथा भिन्न-भिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी वैज्ञानिक व वैदिक तरीके से कराई जाएगी। जज व सरकारी वकील तथा सरकारी अधिकारी बनने के लिए जो छात्र-छात्राएं देश की राजधानी नई दिल्ली, कोचिंग हब राजस्थान के कोटा शहर व अन्य बड़े शहरों का रुख करते थे, अब उन्हें वहां नहीं जाना पड़ेगा। अब उन छात्र-छात्राओं को उससे भी अच्छा माहौल आपके शहर मेरठ में प्रणब वशिष्ठ ज्यूडिशियल एकेडमी एंड ट्रेनिंग सेंटर में ही मिलेगा। इसका लाभ जज, सरकारी वकील व अधिकारी बनने के इच्छुक छात्र-छात्राएं उठा सकेंगे। पीसीएस (जे), एचजेएस, एपीओ व भिन्न भिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए प्रणब वशिष्ठ ज्यूडिशियल एकेडमी एंड ट्रेनिंग सेंटर में उत्तर भारत के सभी राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार व झारखंड के छात्र-छात्राओं को जज व सरकारी अधिकारी बनने के ख्वाब को साकार किया जाएगा।


छात्र-छात्राओं के लिए अन्य स्पेशल प्रोग्राम भी रखे गये

प्रणब वशिष्ठ ज्यूडिशियल एकेडमी एंड ट्रेनिंग सेंटर में जज, सरकारी अधिकारी बनने के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के लिए अन्य स्पेशल प्रोग्राम भी रखे गये है। प्रणब वशिष्ठ ज्यूडिशियल एकेडमी एंड ट्रेनिंग सेंटर में कुछ अपवाद स्वरूप प्रकृति प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाने की भी योजना है, यदि हम सुदृढ भारत की परिकल्पना करते हैं, तो हमें भारतवर्ष की आवश्यक इकाई परिवार के अंतर्गत शांति स्थापित करनी होगी। अशांत परिवारों में हम शांत और सुदृढ़ भारत की कल्पना नहीं कर सकते। भारतीय समाज परिवर्तनशील है तथा यह परिवर्तन विवाह जैसे महत्वपूर्ण संस्कार में भी आया है। जिस कारण परिवार में विवाद तीव्र गति से बढे हैं। यदि विवाह पूर्व प्रशिक्षण कार्यक्रम परिवार और समाज का अभिन्न अंग हो जाए तो निश्चित रूप से परिवारों में शांति आएगी तथा हम सुदृढ़ भारतीय समाज की परिकल्पना कर पाएंगे। जिसके अंतर्गत प्री एंड पोस्ट मैरिज ट्रेनिंग प्रोग्राम, मोबाइल डी-एडिक्शन ट्रेनिंग प्रोग्राम, क्वालिटी पेरेंटिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम, न्यायालय से बाहर सुलह समझौता केंद्र आदि समाज के गंभीर विषयों पर अलग से भी प्रोग्राम गठित किये गए हैं।


नि:शुल्क शिक्षा व विधिक साहयता प्रदान की जाएगी

उन्होंने बताया कि प्रणब वशिष्ठ ज्यूडिशियल एकेडमी एंड ट्रेनिंग सेंटर में समाज के आर्थिक एवं सामाजिक पिछड़े हुए अंतोदय व बीपीएल (ग़रीबी रेखा से नीचे के व्यक्तियों) को नि:शुल्क शिक्षा व विधिक साहयता प्रदान की जाएगी। साथ ही भारतीय सैन्य बल में समस्त अधिकारीगणों व कर्मचारियों को उनके द्वारा भारतवर्ष के प्रति की गई सेवा के आधार पर नि:शुल्क विधिक सलाह प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त प्रणब वशिष्ठ ज्यूडिशियल एकैडमी एंड ट्रेनिंग सेंटर में शोध कार्यक्रम पर भी बल दिया जाएगा तथा उन विषयों पर भी शोध किया जाएगा जो राज्य सरकार, केंद्र सरकार उपकर्मों द्वारा कंपनियों व ट्रस्ट या व्यक्ति द्वारा संस्थान को सौंपा जाएगा।


एक छत के नीचे अध्ययन की सभी सुविधायें

उन्होंने बताया कि प्रणब वशिष्ठ ज्यूडिशियल एकेडमी एंड ट्रेनिंग सेंटर में एक ही छत के नीचे अध्ययन की सभी सुविधायें रखी गई है। एकेडमी में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्राओं के लिए उच्च स्तर की लाइब्रेरी का विशेष प्रबंध किया गया है, ताकि बच्चों को अध्ययन संबंधी किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। इस अवसर पर एकेडमी सीईओ माधवी शर्मा, प्रणिता वशिष्ठ, एडवोकेट नसीब सैफी, एडवोकेट राजीव गिरी, डॉ. अंजुम जहाँ आदि मौजूद रहे।

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