नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र, चरक स्कूल ऑफ़ फार्मेसी तथा योग विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय
परंपरा में महिलाओं के स्वास्थ्य व वैदिक चिकित्सा एवं पंचकर्म की भूमिका पर एक
विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया, जिसका शुभारंभ मां सरस्वती
के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।
प्रोफेसर बिंदु शर्मा व प्रोफेसर वैशाली पाटील ने डॉक्टर सुनेत्री को अंग
वस्त्र पहनकर स्वागत किया। प्रोफेसर राकेश कुमार शर्मा ने डॉक्टर सुनेत्री को पादप देकर
अभिवादन किया। महिला अध्ययन केंद्र की समन्वयक प्रोफेसर
बिंदु शर्मा ने महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर कहा कि महिलाओं को संतुलित आहार का
सेवन करना चाहिए। प्रोफेसर बिंदु शर्मा ने योग विज्ञान विभाग
द्वारा समझित में नित्य योगशाला की प्रशंसा करते हुए कहा कि जितनी तात्पर्यता के
साथ योग विज्ञान विभाग अपनी सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए 365 दिन लगातार
नित्य योगशाला का संचालन कर रहा है, यह अपने आप में एक मील
का पत्थर साबित होगा, चरक स्कूल आफ फार्मेसी की प्रिंसिपल
प्रोफेसर वैशाली पाटील ने कहा कि महिलाएं अपने लिए समय निकले और फिजिकल एक्टिविटी
करें, ताकि वह अपने आप को व्याधियों से दूर रख सके। मुख्य वक्ता डॉक्टर सुनेत्री ने बताया कि महिलाओं को मासिक धर्म, कमर दर्द, घुटनों में दर्द संबंधित समस्याओं का समाधान
बताया और दैनिक जीवन में किस प्रकार से हमारे पूर्वज इंटरमीडिएट फास्टिंग जैसे
नियमों को सहजता के साथ पालन करते थे, यह बताया कि यदि एक महिला स्वस्थ रहती है तो पूरा घर स्वस्थ
रहता है। पूरा समाज स्वस्थ रहता है और जब समाज स्वस्थ होगा
तो स्वस्थ देश का निर्माण होगा।
योग विज्ञान विभाग के समन्वयक राकेश शर्मा ने योग और पंचकर्म को शारीरिक और
मानसिक व्याधियों के निराकरण का मूल साधन बताया। कार्यक्रम का संचालन राखी सिंह ने
किया। अंत में असिस्टेंट प्रोफेसर अमरपाल आर्य ने सभी का
धन्यवाद किया। इस अवसर पर डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार, डॉक्टर नवज्योति सिद्धू, सत्यम कुमार सिंह, ईशा पटेल, अंजु मलिक, डॉक्टर
कमल शर्मा, साक्षी, महेश रस्तोगी, महिपाल सिंह, अंजू चौधरी,
शैलेश त्यागी, योग विज्ञान विभाग के समस्त विद्यार्थी
उपस्थित रहे।
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