नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। भाजपा अल्पसंख्यक
मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य काज़ी शादाब ने एक बयान जारी कर कहा कि प्रो. डा.
काज़ी सालेकिन सिद्दीकी को शहर काज़ी बनाए जाने का फैसला न सिर्फ इस्लामी रवायात के
मुताबिक़ है, बल्कि इंसाफ़ और कौमी इत्तिहाद के नज़रिए से भी दुरुस्त है। तारीख गवाह
है कि दिल्ली, लखनऊ, भोपाल और कई दूसरे शहरों में वालिद के इंतिकाल के बाद बेटों को
यह ज़िम्मेदारी सौंपी गई, क्योंकि इस्लामी क़ानून, अदल व इंसाफ़ की समझ पीढ़ी दर पीढ़ी
उन्हीं घरानों में चलती आ रही है। ऐसे में इस फैसले पर कोई इख़्तिलाफ़ खड़ा करना बेमानी
है l कौम के मुफ़ाद में यही बेहतर होगा कि इसे बिना किसी फ़ितने के क़ुबूल किया जाए।
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