उत्सव भारद्वाज
नित्य संदेश, मोदीपुरम। भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान की 10वीं शोध सलाहकार समिति की दूसरी बैठक शुक्रवार को सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता पूर्व उप महानिदेशक (पशु विज्ञान), भा.कृ.अनु.प. नई दिल्ली डॉ. केएम बुजरबरुआह ने की। समिति के सदस्यों में डॉ. राकेश कुमार, डॉ. एस. राजन, डॉ. एसए फारुकी, डॉ. केएस रामचंद्रन, डॉ. आरबी सिंगंधूपे शामिल रहे।
उद्घाटन वक्तव्य में अध्यक्ष डॉ. बुजरबरुआह ने संस्थान के वैज्ञानिकों के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान देश में खाद्य एवं पोषण सुरक्षा, आजीविका सुधार एवं आय स्थिरता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बैठक के दौरान यह भी सुझाव दिया गया कि संस्थान अपने कार्यक्रमों को बदलते जलवायु परिदृश्य के अनुरूप परिष्कृत करे। समिति ने यह भी अनुशंसा की कि संस्थान बाजार बुद्धिमत्ता आधारित उत्पादन योजना परियोजना को बाहरी एजेंसी से वित्त पोषण हेतु प्रस्तुत करे तथा मौजूदा कृषि प्रणाली मॉडलों को उनके नामों के आधार पर वर्गीकृत किया जाए, ताकि उनकी पहचान सरल हो सके।
समिति के सदस्यों ने संस्थान में चल रहे विभिन्न प्रयोगों का अवलोकन किया तथा संस्थान द्वारा अंगीकृत किसान विनोद सैनी के खेत का भी भ्रमण किया। संस्थान के निदेशक डॉ. सुनील कुमार ने समिति को वर्ष 2024-25 के दौरान संस्थान की अनुसंधान गतिविधियों, उपलब्धियों और प्रमुख कार्यक्रमों की जानकारी दी।
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