नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के
सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग के मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी के छात्र-छात्राओं ने 21 से 23 मार्च तक डीजीआरई, डीआरडीओ, मनाली हिमाचल प्रदेश में एक शैक्षणिक
भ्रमण किया। इस शैक्षणिक यात्रा का उद्देश्य छात्रों को माइक्रोबायोलॉजी की
अत्याधुनिक तकनीकों एवं नेचुरल डिजास्टर मैनेजमेंट की गहरी समझ प्रदान करना था। इस
भ्रमण के दौरान छात्रों ने कम तापमान पर जीवाणुओं को आइसोलेट करने की विधियाँ एवं
विभिन्न आणविक तकनीकों का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
डीआरडीओ
के वरिष्ठ वैज्ञानिकों ने छात्रों को बताया कि कठोर जलवायु परिस्थितियों में
सूक्ष्म जीवों का अध्ययन एवं विश्लेषण कैसे किया जाता है, और इन अनुसंधानों का मानव स्वास्थ्य, जैविक रक्षा प्रणाली एवं चिकित्सा क्षेत्र में कैसे उपयोग
किया जाता है। इस दौरान छात्रों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाव एवं उनके प्रभाव को
कम करने के तरीकों के बारे में भी जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने हिमस्खलन, बर्फीले तूफान जैसी
प्राकृतिक आपदाओं की वैज्ञानिक व्याख्या की और इनके पूर्वानुमान व प्रबंधन की
तकनीकों को समझाया। इस शैक्षणिक भ्रमण के प्रभारी डॉ. देवेंद्र कुमार ने छात्रों
को मिली इस अनमोल सीख के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर
संगीता शुक्ला, माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष
प्रोफेसर जितेंद्र सिंह एवं विभाग के सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।
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