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Saturday, March 22, 2025

बलिदान दिवस को समर्पित हुई काव्य संध्या यही बाकी निशाँ होगा

 


नित्य संदेश ब्यूरो

मेरठ। कवि सम्मेलन काव्य संध्या यही बाकी निशाँ होगा में कवियों ने अपनी कविताओं से वीर बलिदानियों को नमन किया। प्रसिद्ध फिल्मी गीतकार संतोषानंद ने अपने तेवर में कई गीत सुनाए। लंबे समय के बाद आए गीतकार संतोषानंद ने कहा कि अपने जीवन की शुरुआती कवि सम्मेलनों में भी मेरठ ने उन्हें प्यार दिया और आज जब जीवन का सूर्य अस्त होने की कगार पर खड़ा है, तब भी मेरठ वही प्यार देता है।

कार्यक्रम के संयोजक व संचालक क्रांति कवि सौरभ जैन सुमन ने कहा "हमको बतलाया जाता है बाबर महान इतिहासों में/नहीं मिलता औरंगजेब सा भी कोई प्रतिमान इतिहासों में/यदि ये महान थे तो वो कौन थे जो अस्मत से खेले थे/जिनकी बर्बरता के कोड़े हमने पीठों पर झेले थे।" सुप्रसिद्ध स्टार पोएट्स डॉ. अनामिका जैन अम्बर ने जब अपने गीत सुनाए तो जनता अपनी सीटों को छोड़कर खड़ी होकर नाचने लगी। दिल्ली से आए हास्य कवि अनिल अग्रवंशी, गीतकार कोमल रस्तौगी, मुंबई से आए गीतकार चंदन राय, औरैया से आए वीर रस के प्रसिद्ध कवि अजय अंजाम, शायर इरशाद बेताब आदि ने कविताएं सुनाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ अमेरिकन किड्स साकेत के बच्चों ने श्री हनुमान चालीसा का पाठ करके किया। 

समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के स्वतंत्र प्रभार मंत्री कपिल देव अग्रवाल रहे। डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपई, डॉ. सोमेंद्र तोमर, अमित अग्रवाल, कमालदत्त शर्मा, करुणेश नंदन गर्ग आदि की विशिष्ट उपस्थिति रही। कोर कमेटी के उमंग गोयल, प्रतीक गुप्ता, अमन जैन, दिव्यांश टंडन, विमल ग्रोवर, उदिता शर्मा, मनमोहन भल्ला आदि ने सहयोग दिया।

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