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Friday, February 14, 2025

टेलीविजन न्यूज़ रूम की गतिविधियों पर गहन चर्चा की


नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। तिलक स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में मीडिया छात्रों के लिए एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें टेलीविजन न्यूज़रूम की गतिविधियों पर गहन चर्चा की गई। इस सत्र का नेतृत्व मीडिया शोधार्थी तरुण ठाकुर ने किया, जिन्होंने न्यूज़रूम के कार्यप्रणाली, टेलीविज़न समाचार निर्माण की जटिलताओं और मीडिया उद्योग में निरंतर विकसित हो रही तकनीकों पर प्रकाश डाला। 

ठाकुर ने बताया कि न्यूज़रूम किसी भी समाचार चैनल का मुख्य आधार होता है, जहाँ खबरों की संवेदनशीलता, त्वरित प्रसारण और सटीकता का विशेष ध्यान रखा जाता है। एक पत्रकार को दबाव में भी बेहतरीन प्रदर्शन करने की क्षमता विकसित करनी होती है। उन्होंने यह भी बताया कि न्यूज़रूम में काम करने वाले पत्रकारों के भीतर समस्या-समाधान की योग्यता, विश्लेषणात्मक सोच और प्रभावी लेखन कौशल का होना आवश्यक है। उन्होंने आधुनिक पत्रकारिता में रेडियो, मोबाइल और डिजिटल पत्रकारिता (मोबाइल जर्नलिज़्म - MoJo) के बढ़ते प्रभाव पर भी चर्चा की गई। छात्रों को बताया गया कि कैसे 2010 की "अरब स्प्रिंग" जैसी घटनाओं के दौरान मोबाइल पत्रकारिता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसके बाद से वैश्विक स्तर पर न्यूज़ चैनलों ने खुद को MoJo के अनुरूप ढाल लिया। MoJo उपकरण पारंपरिक टीवी कैमरों और सेटअप की तुलना में किफायती होते हैं। कहा कि मोबाइल से पत्रकार सीधे रिपोर्टिंग कर सकते हैं, जिससे लाइव रिपोर्टिंग आसान हो जाती है।

आधुनिक न्यूज़ चैनल जैसे न्यूज़ 18 इंडिया, एनडीटीवी और अन्य प्रमुख संस्थान MoJo पर अधिक निर्भर हो रहे हैं और अपने पत्रकारों को MoJo के लिए विशेष प्रशिक्षण दे रहे हैं। तरुण ठाकुर ने बताया कि भविष्य में MoJo पत्रकारिता का और विस्तार होगा, क्योंकि मीडिया उद्योग तेजी से डिजिटल हो रहा है। आने वाले समय में MoJo पत्रकारों की मांग और बढ़ेगी, और मीडिया संस्थान अब डिजिटल पत्रकारिता के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं। इस कार्यशाला के दौरान छात्रों को न्यूज़रूम की कार्यशैली के अलावा पत्रकारिता के विविध पहलुओं जैसे लाइव रिपोर्टिंग, वीडियो एडिटिंग, और डिजिटल सामग्री निर्माण के बारे में जानकारी मिली। छात्रों को समाचार लेखन में संतुलन बनाए रखने और तथ्यों की सटीकता सुनिश्चित करने के महत्व पर भी बल दिया गया। कार्यशाला के अंत में छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और पत्रकारिता में करियर बनाने के लिए जरूरी कौशलों पर सवाल-जवाब किए। 

तिलक स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के निदेशक प्रोफेसर प्रशांत कुमार सभी का स्वागत किया। प्रोफेसर प्रशांत कुमार ने छात्रों को बदलते मीडिया परिदृश्य के अनुरूप खुद को अपडेट रखने और बहुमुखी प्रतिभा विकसित करने की सलाह दी।

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