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Saturday, December 27, 2025

शिक्षाविदों, संस्थान संचालकों और समाजसेवियों को सम्मानित किया


इकराम चौधरी
नित्य संदेश, मेरठ। राष्ट्रीय कौशल एवं व्यावसायिक शिक्षा परिषद (एनएसवीईसी) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा शिखर सम्मेलन–2025 का भव्य आयोजन रेडिसन ब्लू टॉवर, कौशांबी दिल्ली में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। शिखर सम्मेलन में शिक्षा एवं कौशल विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले सैकड़ों शिक्षाविदों, संस्थान संचालकों और समाजसेवियों को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ईरान से आए हज़्ज़तुल इस्लाम क़ारी ज़ियाई नियाई, चीफ़ एडवाइज़र, नुमाइंदा-ए-वली-ए-फ़क़ीह, ईरान ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए क़ुरआन-ए-पाक की सूरह अलक की शुरुआती पांच आयतों का पाठ किया और उनका भावार्थ प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा वह सबसे बड़ा माध्यम है जो समाज से अज्ञानता के अंधेरों को मिटाता है। उन्होंने बताया कि ईश्वर ने सबसे पहले अपने नबी को तालीम यानी शिक्षा का ही आदेश दिया, जो इस बात का प्रमाण है कि शिक्षा इस्लाम सहित हर सभ्यता की बुनियाद है।

सम्मेलन में डॉ. मोहम्मद अमीन, पूर्व संयुक्त निदेशक, भारत निर्वाचन आयोग ने भी शिक्षा को समाज की प्रगति की कुंजी बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के शिक्षा शिखर सम्मेलन शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों को नई दिशा और नई प्रेरणा प्रदान करते हैं तथा इससे शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर एनएसवीईसी के अध्यक्ष मोहम्मद काशिफ ने कहा कि शिक्षा किसी भी देश के विकास की रीढ़ है। उन्होंने बताया कि एनएसवीईसी बीते पांच वर्षों से कौशल एवं व्यावसायिक शिक्षा के माध्यम से हजारों छात्रों को रोजगार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही है।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में इंटरनेशनल कंप्यूटर साक्षरता मिशन (आईसीएसएम) एवं एनके ब्रो कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड का विशेष सहयोग रहा। आईसीएसएम के माध्यम से पिछले 10 वर्षों में लाखों छात्रों को कंप्यूटर शिक्षा प्रदान की जा चुकी है। संस्था ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं और महिलाओं को व्यावसायिक शिक्षा देकर रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।

आईसीएसएम के अध्यक्ष मोहम्मद काशिफ ने बताया कि संस्था से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद हजारों छात्रों को सरकारी एवं निजी क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त हुआ है। संस्था का लक्ष्य 2025-26 तक ग्रामीण भारत में कंप्यूटर शिक्षा को और अधिक सशक्त बनाना है।

कार्यक्रम के अंत में आयोजकों द्वारा सभी अतिथियों, शिक्षकों एवं प्रतिभागियों का हार्दिक आभार व्यक्त किया गया और सम्मान समारोह के साथ शिखर सम्मेलन का समापन हुआ। कार्यक्रम में जावेद मलिक पूर्व सदस्य शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार ने भी अपने विचार व्यक्त किया इस अवसर पर मुमताज आलम खान इकराम चौधरी अली मुर्तजा डॉक्टर शादाब अली आदि लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किया

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