-काम के दबाव में पेस्टिपाइड पीकर जान देने की कोशिश की, डीएम
ने की तारीफ
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। गढ़ रोड स्थित लोकप्रिय हॉस्पिटल में इलाज करा रहे बीएलओ
मोहित चौधरी ने साफ किया है कि उन पर एसआईआर को लेकर कोई दबाव नहीं था। किसी अधिकारी
का प्रेशर नहीं था. वह दो-तीन दिनों से ठीक से सो नहीं पाए थे, इसी तनाव में पेस्टिसाइड
पीकर जान देने की कोशिश की।
बीएलओ मोहित चौधरी ने एसआईआर के काम में लगे अधिकारियों, कर्मचारियों
से भी अपील की है. उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसा कदम न उठाए, क्योंकि हमारे पीछे, हमारा
परिवार भी है. जिले के अधिकारियों का पूरा सहयोग मिल रहा है. एसआईआर की ट्रेनिंग भी
हुई थी. कहा कि गलती से यह कदम उठा दिया. डीएम डा. वीके सिंह ने कहा कि कैंट क्षेत्र
में बूथ नंबर-18 के बीएलओ मोहित चौधरी अच्छा काम कर रहे थे. मंगलवार को उन्होंने यह
कदम क्यों उठाया? इसकी जांच के भी आदेश दिए गए हैं. डीएम ने कहा कि बीएलओ मोहित चौधरी
को प्रॉपर ट्रीटमेंट और बेहतर उपचार मिल रहा है. किसी पर किसी भी तरह का दबाव नहीं
है. मोहित ने खुद अपने क्षेत्र का 65 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा कर लिया है. फिलहाल,
उनकी जगह दूसरे बीएलओ को लगाया गया है. जिलाधिकारी ने बताया कि मेरठ में अब तक एसआईआर
का करीब 85% काम पूरा हो चुका है. 4 दिसंबर को बूथ डे मनाया जाएगा. गणना प्रपत्र भरने
में अगर कहीं किसी को समस्या आ रही है, तो उन्हें समझाया जाएगा. बीएलए भी इसमें मदद
करेंगे.
मंगलवार शाम घर पर खाया था जहर
गौरतलब है कि मुंडाली थाना क्षेत्र में मुरलीपुर गांव निवासी
मोहित चौधरी पुत्र सुदेश चौधरी सिंचाई विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत हैं.
मोहित की ड्यूटी इन दिनों पल्लवपुरम के वार्ड-57 के बूथ पर बीएलओ पद पर लगाई गई है.
बीएलओ मोहित ने मंगलवार को पल्लवपुरम क्षेत्र में अपने घर पर जहर खा लिया, जिसके बाद
उनकी हालत बिगड़ गई थी. परिजनों ने तत्काल मोहित को पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया.
रात में ही जिले के सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे. फिलहाल, मोहित की हालत खतरे से
बाहर है.
पत्नी ने सुपरवाइज पर लगाए थे आरोप
बीएलओ मोहित चौधरी की पत्नी ज्योति ने अपने पति की हालत के लिए
सुपरवाइजर आशीष शर्मा पर आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि अधिकारी काम पूरा करने का
दबाव बना रहे हैं. बार-बार फोन करके उन्हें परेशान किया जा रहा था. ज्योति ने यहां
तक कहा कि जिस काम को लेकर सरकार इतना जोर डाल रही है, उसके बारे में कोई ट्रेनिंग
तक नहीं दी गई. हालांकि, बीएलओ मोहित चौधरी ने ट्रेनिंग न मिलने की बात से इंकार किया
और कहा कि ट्रेनिंग दी गई थी.
एसडीएम ने कहा-मोहित अचछा कार्य कर रहे
एसडीएम ने कहा कि काम का थोड़ा बहुत प्रेशर तो सभी पर रहता है,
लेकिन किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि मोहित चौधरी तो अच्छा
काम भी कर रहे हैं. अब तक वह 60 से 70 प्रतिशत लक्ष्य पा चुके हैं. मोहित के जहर पीने
की सूचना पर किसान संगठन के कार्यकर्ता भी हॉस्पिटल पहुंचे थे. परिजनों के साथ ही उन्होंने
भी काम का दबाव बनाने वाले अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज करने और कार्रवाई की मांग
की।
सोर्स: ईटीवी भारत



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