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Saturday, December 20, 2025

चौधरी चरण सिंह का सामाजिक चिंतन पर हुई संगोष्ठी


नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। चौधरी चरण सिंह जी की जन्म जयंती कार्यक्रम श्रृंखला के अंतर्गत इतिहास विभाग एवं साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय संगोष्ठी चौधरी चरण सिंह का सामाजिक चिंतन विषय पर इतिहास विभाग स्थित वीर बंदा बैरागी सभागार में संपन्न हुई। 

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक एवं एन ए एस कॉलेज के सचिव राजेन्द्र शर्मा ने चौधरी चरण सिंह के साथ अपने संस्मरण को सुनते हुए कहा कि चौधरी साहब सरलता और सहजता के प्रति मूर्ति थे। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन खेत खलियान गांव गरीब मजदूरों के उत्थान के लिए लगा दिया था। मुख्य वक्ता के रूप में एकेपी कॉलेज खुर्जा की प्राचार्य प्रोफेसर डिंपल विज ने कहा कि चौधरी साहब की आर्थिक दृष्टि गांव आधारित थी। अर्थव्यवस्था के प्रति उनका दृष्टिकोण ग्रामीण प्राथमिकता पर थी। 
विशिष्ट अतिथि के रूप में आर जी कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर निवेदिता मलिक ने कहा कि चौधरी साहब का सामाजिक चिंतन उनके द्वारा शासन में रहते हुए किए गए कार्यों से परीलक्षित होता है। वह चाहे मुख्यमंत्री के रूप में हो अथवा किसी अन्य केंद्रीय मंत्री के रूप में। जमींदारी उन्मूलन,चकबंदी व्यवस्था, लेखपालों की भर्ती के संबंध में लिए गए उनके निर्णय क्रांतिकारी साबित हुए। इस्माइल नेशनल पीजी कॉलेज की प्राचार्य और इतिहास संकलन समिति मेरठ जिले के अध्यक्ष प्रोफेसर अनीता राठी ने कहा कि चौधरी साहब की संबंध में जो कुछ उन्होंने अपने पिता से सुना और सीखा वह मेरे लिए हम सबके लिए सदैव प्रेरणादाई रहेगा। शिष्टाचार के संबंध में उनके द्वारा लिखी गई पुस्तक सभी के लिए अनुकरणीय है। एक राजनीतिज्ञ के रूप में एक लेखक के रूप में एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में एक आर्थिक चिंतक के रूप में उनका योगदान हमेशा स्मरणीय रहेगा। 

इतिहास विभाग के अध्यक्ष एवं साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद के समन्वयक प्रोफेसर कृष्णकांत शर्मा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए चौधरी साहब की सामाजिक चिंतन के विषय में योगदान को याद किया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन व चौधरी साहब की तस्वीर के सामने पुष्पांजलि के साथ हुई। सभी अतिथियों का स्वागत बुके,प्लांटर भेंट कर एवं पटका पहनकर किया गया। 

कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर योगेश कुमार ने किया। साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की अध्यक्ष प्रोफेसर नीलू जैन गुप्ता ने सभी अतिथियों विद्यार्थियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम के आयोजन से महापुरुषों के जीवन के संबंध में प्रेरणादायक चीज़ सीखने को मिलती है। ऐसे कार्यक्रम बच्चों के लिए अत्यंत प्रेरणादाई सिद्ध होते हैं। 

इस अवसर पर प्रोफेसर विघ्नेश कुमार प्रोफेसर आराधना डॉ कुलदीप कुमार त्यागी डॉक्टर मनीषा त्यागी डॉ शालिनी आशुतोष कौशिक डा महिपाल दीपक लोकेश धर्मेंद्र हिमांशु कालूराम विकास सहित अनेक शोधार्थी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। अंत में सभी का धन्यवाद दो मुनेश कुमार ने किया।

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