नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय में दो प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें संस्कृति और सेवा-समर्पण को सम्मानित किया गया। एक ओर जहाँ चतुर्थ सुभारती बुद्ध मेले का भव्य समापन हुआ, वहीं दूसरी ओर 20 वर्षों से अधिक समय से सेवारत कर्मचारियों के लिए 'उत्कृष्ट सेवा सम्मान समारोह' आयोजित किया गया।
बुद्ध मेले के समापन समारोह में मुख्य अतिथि मेरठ की डीआईजी कल्पना सक्सेना (आईपीएस) रहीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह मेला न केवल संस्कृति का संरक्षण कर रहा है, बल्कि समाज में जातिवाद, धर्म और पंथ के आधार पर बनी खाई को भी पाट रहा है। इस अवसर पर सांस्कृतिक प्रतियोगिता 'स्पंदन-2025' के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया तथा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने रंगारंग प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोह लिया। मेला आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. वैभव गोयल भारतीय ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
इसी क्रम में, विश्वविद्यालय परिसर में 'उत्कृष्ट सेवा सम्मान समारोह' भी आयोजित हुआ, जिसमें 20 से 40 वर्षों से अधिक समय से सुभारती समूह से जुड़े 497 शैक्षणिक, गैर-शैक्षणिक और मेडिकल कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि मुख्य अतिथि समूह की ही वरिष्ठ कर्मचारी वलसाला रहीं, जो 41 वर्षों से कार्यरत हैं। समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति स्तुति नारायण कक्कड़ ने की।
सुभारती समूह के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा, "हम सबने मिलकर कठिन परिस्थितियों का सामना किया। आज सुभारती जहाँ कहीं भी है, वह हम सब की एकता का परिचय है।" विश्वविद्यालय की मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रो. (डॉ.) शल्या राज ने कहा, "आपने अंधकार से प्रकाश की ओर बढ़ने वाले मार्ग में हमारा साथ नहीं छोड़ा, इसके लिए हम कृतज्ञ हैं।" कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रमोद कुमार शर्मा ने इन कर्मचारियों को सुभारती की 'रीढ़ की हड्डी' बताया।
कार्यक्रम में वलसला (41 वर्ष), महाराज सिंह (39 वर्ष), रमाशंकर तिवारी (37 वर्ष) सहित कई वरिष्ठ कर्मचारियों ने अपने अनुभव साझा किए। विधि संकाय के अध्यक्ष डॉ. वैभव गोयल भारतीय ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। दोनों कार्यक्रमों में सुभारती समूह के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शल्या राज, कुलपति डॉ. पी.के. शर्मा, एमटीबी न्यास के महानिदेशक मेज. जन. (डॉ.) जी.के. थपलियाल व अन्य गणमान्य अतिथि, पदाधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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