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Monday, September 8, 2025

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश/2047 अभियान के संबंध में बैठक


14 व 15 सितम्बर को चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय तथा सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित किये जायेंगे संवाद कार्यक्रम 

नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी डा0 वी0के0 सिंह की अध्यक्षता में समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश/2047 अभियान के संबंध में बैठक आहूत की गई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा समस्त अधिकारियो को शासन से प्राप्त निर्देशानुसार कार्यक्रम के बारे में विस्तृत रूप से बताया गया। 

उन्होने कहा कि दिनांक 14 व 15 सितम्बर 2025 को चौ0 चरण सिंह विश्वविद्यालय तथा सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में संवाद कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। समस्त संबंधित अधिकारी कार्यक्रम के अनुसार दी गई जिम्मेदारी का कर्तव्यपूर्वक निवर्हन करेंगे तथा अपने विभाग से संबंधित विचारशील बुद्धिजीवी एवं ख्याति प्राप्त व्यक्ति, एनजीओ इत्यादि की सहभागिता सुनिश्चित करेंगे। दो दिन चलने वाले संवाद कार्यक्रम में समर्थ और विकसित उत्तर प्रदेश बनाये जाने हेतु आमंत्रित प्रबुद्धजन भविष्य की रूपरेखा तथा प्रदेश के विकास में जनपद मेरठ की भूमिका तथा विकास के विभिन्न विषयो पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। उन्होने बताया कि शासन स्तर से प्रमुख सचिव, नगर विकास श्री अमृत अभिजात को उक्त कार्यक्रम हेतु जनपद मेरठ का नोडल अधिकारी नामित किया गया है। 

 उन्होने कहा कि शासन स्तर से नामित सेवानिवृत्त प्रबुद्धजनो की समिति विद्यार्थियों, शिक्षकों, व्यापारियों, किसानों, उद्यमियों, चिकित्सको, खिलाडियो, एनजीओ, विभिन्न क्षेत्रो में ख्याति प्राप्त बुद्धिजीवियो से मिलकर न केवल पिछले आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा पर चर्चा करेंगे बल्कि आगे की चुनौतियों व संभावनाओं पर भी विचार-विमर्श करेंगे। इसके बाद वे अपने अनुभव और नागरिकों से मिले सुझावो की रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराएंगे।

 उन्होने समस्त अधिकारियो को निर्देशित किया कि कार्यक्रम की तैयारियो को अंतिम रूप दिया जाये। उन्होने कहा कि समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश/2047 अभियान का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार किया जाये। उन्होने बताया कि उत्तर प्रदेश को वर्ष 2047 तक एक विकसित राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है। “समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश/2047” अभियान के तहत हर नागरिक को अपने विचार और सुझाव प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा। नागरिकों की सीधी भागीदारी से न केवल योजनाएं अधिक प्रभावी बनेंगी बल्कि विकास की यात्रा में सभी वर्गों का योगदान भी सुनिश्चित होगा। उन्होने कहा कि सभी नागरिक इस महत्वाकांक्षी अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें। यह पहल मेरठ जिले की प्राथमिकताओं, आवश्यकताओं और संभावनाओं को प्रदेश की नीतियों में समुचित स्थान दिलाने का एक सशक्त माध्यम है। इस अभियान के अंतर्गत नागरिक अपने सुझाव सीधे ऑनलाइन पोर्टल https://samarthuttarpradesh.up.gov.in/ पर दर्ज कर सकते हैं साथ ही क्यूआर कोड स्कैन कर भी फीडबैक साझा करने की सुविधा उपलब्ध है। जिस पर आमजनमानस अपने सुझाव दर्ज करा सकते है। 

 उन्होने बताया कि इस रणनीति के निर्माण में केवल योजनाओं और नीतियों पर ही नहीं, बल्कि किसानों, युवाओं, महिलाओं, श्रमिकों, शिक्षाविदों, उद्यमियों, प्रबुद्ध वर्ग, मीडिया और आम नागरिकों की आकांक्षाओं पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। सरकार का प्रयास है कि कोई भी वर्ग पीछे न छूटे और सभी की भागीदारी से प्रदेश 2047 तक विकसित राज्यों की श्रेणी में पहुंचे। उन्होने नागरिकों से अपील की है कि वे आगे बढ़कर अपने सुझाव अवश्य दें और “समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश/2047” की इस ऐतिहासिक यात्रा के सहभागी बनें।

 उन्होने कहा कि विद्यार्थी, शिक्षक, किसान, व्यापारी, उद्यमी, श्रमिक संगठन, स्वयंसेवी संगठन, मीडिया और आम नागरिक सभी इसमें अपनी भागीदारी दर्ज करा सकते हैं। उद्देश्य यह है कि प्रत्येक परिवार से कम से कम एक फीडबैक अवश्य प्राप्त हो, ताकि राज्य का विजन व्यापक हो सके। सरकार चाहती है कि प्रदेश का कोई भी परिवार पीछे न रहे। क्यूआर कोड और पोर्टल के ज़रिए यह प्रक्रिया इतनी सरल बनाई गई है कि छात्र, किसान, गृहिणी या व्यापारी-हर कोई अपने विचार तुरंत दर्ज करा सकता है।

 मेरठ जैसे जिले में इस अभियान की विशेष अहमियत है। यहां किसानों, गन्ना उत्पादकों और स्थानीय उद्यमियों के सुझाव प्रदेश की विकास रणनीति को नया आयाम देंगे। साथ ही युवाओं और विद्यार्थियों की आकांक्षाएं यह सुनिश्चित करेंगी कि 2047 का उत्तर प्रदेश आधुनिक तकनीक और नवाचार का नेतृत्व कर सके।

 सरकार इस अभियान से प्राप्त विचारों को आधार बनाकर एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार करेगी। यह डॉक्यूमेंट तीन प्रमुख थीमो-अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति-के इर्द-गिर्द केंद्रित होगा। साथ ही इसमें 12 प्रमुख सेक्टर शामिल होंगे-कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास, आईटी एवं उभरती प्रौद्योगिकी, पर्यटन, नगर एवं ग्राम्य विकास, अवस्थापना, संतुलित विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा सुरक्षा एवं सुशासन। इन सभी विषयों पर प्राप्त सुझावों के आधार पर राज्य के विकास की दीर्घकालिक रणनीति तय की जाएगी। यह विजन डॉक्यूमेंट न केवल वर्तमान नीतियों की दिशा तय करेगा बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए विकास की आधारशिला साबित होगा। यही दस्तावेज़ उत्तर प्रदेश को 2047 तक विकसित राज्यों की श्रेणी में ले जाने का रोडमैप बनेगा। 

 इस अवसर पर नगर आयुक्त सौरभ गंगवार, प्रधानाचार्य एलएलआरएम आर0सी0 गुप्ता, पीडीडीआरडीए सुनील कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन सत्य प्रकाश सिंह, अपर जिलाधिकारी नगर बृजेश सिंह, सीएमओ डा0 अशोक कटारिया, उप निदेशक कृषि नीलेश चौरसिया, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी अतुल सक्सैना, जिला सूचना अधिकारी सुमित कुमार, बीएसए आशा चौधरी, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनील कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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