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Saturday, August 2, 2025

शोध पत्र लेखन में नैतिकता की आवश्यकता: डॉ. अनिरुद्ध


अनम शेरवानी 
नित्य संदेश, मेरठ। सुभारती विवि के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में शोध पत्र लेखन विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विश्वविद्यालय के प्रकाशन प्रकोष्ठ के प्रभारी डॉ. अनिरुद्ध श्रीवास्तव विषय विशेषज्ञ के रुप में उपस्थित रहे। इस दौरान कला एवं सामाजिक विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. डॉ. सुधीर त्यागी एवं विभिन्न विभागों के शिक्षक भी उपस्थित रहे।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रो. डॉ. सुधीर त्यागी ने कहा कि आज के समय में जब देश के प्रधानमंत्री का विज़न देश को 2047 तक विकसित एवं समृद्ध भारत बनाने का है तो ऐसे में हम सभी शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हुए लोगों एवं युवाओं का कर्तव्य बनता है कि हम नवीन एवं सार्थक खोजों एवं अनुसंधानों के द्वारा इस विज़न के साकार होने में योगदान दें। शोधपत्र लेखन के विभिन्न आयामों पर डॉ. श्रीवास्तव ने विस्तार से सभी के प्रश्नों का उत्तर देते हुए उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। इस दौरान भाषा विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजेश्वर पाल, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. प्रीति सिंह के द्वारा कार्यशाला के विशेषज्ञ डॉ. अनिरुद्ध श्रीवास्तव को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यशाला के उद्घाटन सत्र का संचालन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के सहायक आचार्य राम प्रकाश तिवारी ने किया। इस दौरान पत्रकारिता विभाग के सहायक आचार्य शैली शर्मा, तरुण जैन तथा अन्य विभागों से डॉ. राज रानी, डॉ. अमृता चौधरी, डॉ. सीमा मलिक, डॉ. कुसुम, डॉ. रुबी, डॉ. लवली, डॉ. मोहिनी मित्तल, कपिल कुमार, जूली, डॉ. पूजा, गोल्डी एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी प्रिंस चौहान तथा विभाग के शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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