मयंक अग्रवाल
नित्य संदेश, मेरठ। गढ़ रोड स्थित राधा गोविन्द मंडप पर श्रीमद् भागवत महात्म्य कथा का प्रारंभ हुआ। कथा के प्रथम दिन हरिद्वार से आए महामंडलेश्वर स्वामी अभयानंद सरस्वती महाराज द्वारा भागवत महात्म्य पर प्रकाश डाला गया।
बताया कि भगवान की कथा होने के कारण इसका नाम है भागवत। जीव का लक्षण है कर्तृत्व और भोगतत्व, जिससे सुख दुख के भंवर में पड़ता है और जब तक अहंभाव है अहंकारी है तब तक भगवान की भक्ति करो भगवान की उपासना करो। प्रश्न उठता है कि किसकी भक्ति करें, कैसे भक्ति करें, कब तक करें और करने पर कौन-कौन सी बाधाएं आएंगी? कथा के प्रारंभ में भागवत महात्म्य का वर्णन करते हुए स्वामी जी ने कहा कि जीव के आधिदैविक, आधिभौतिक और आध्यात्मिक तीनों ताप का निवारण भागवत जी की कथा प्रदान करती है। प्रथम दिवस कथा का प्रारंभ कलश यात्रा एवं भागवत पूजन से हुआ। यजमान द्वारा स्वामी जी का पूजन स्वागत किया गया। इस अवसर मनोज कुमार, बबीता अग्रवाल, गोविन्द अग्रवाल, वृंदा अग्रवाल, आरके प्रसाद एवं सभी भक्तजन उपस्थित रहे।
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