अर्जुन देशवाल
नित्य संदेश, बहसूमा। सावन मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से भगवान शिव को समर्पित पवित्र माह की शुरुआत हो जाती है। इसे देवों के देव महादेव का प्रिय महीना माना जाता है।
धार्मिक मान्यता है कि इस माह में यदि श्रद्धा पूर्वक शिवलिंग पर केवल एक लोटा
जल भी अर्पित किया जाए तो भगवान शिव प्रसन्न होकर अपने भक्तों को सुख, शांति और समृद्धि का
आशीर्वाद प्रदान करते हैं। सावन में आने वाले प्रत्येक सोमवार का विशेष महत्व होता
है, इस दिन व्रत रखकर शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, धतूरा और अन्य पूजन
सामग्री अर्पित करना अत्यंत पुण्यदायी माना जाता है। हालांकि पूरे दिन शिव पूजन
किया जा सकता है, लेकिन विशेष फल की प्राप्ति के लिए शुभ मुहूर्त में जलाभिषेक
करना उत्तम माना गया है। पंडित मिंटू शर्मा ने बताया कि पूजन के बारे में बताया।
पंडित मिंटू शर्मा ने बताया कि इस दिन प्रात काल स्नान करके स्वच्छ वस्त्र
धारण करें। शिवलिंग की पूजा के लिए मंदिर जाएं या घर पर शिवलिंग स्थापित करके
श्रद्धा और नियम से पूजन करें। शिवलिंग का अभिषेक जल, दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल से
करें।इसके बाद बेल पत्र, सफेद पुष्प, धतूरा, आक, अक्षत और भस्म अर्पित
करें। फिर भगवान शिव को सफेद मिठाई का भोग लगाएं और तीन बार ताली बजाते हुए उनका
नाम स्मरण करें।
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