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Wednesday, July 30, 2025

भगवान का वरण करना ही भक्ति: अनंतानंद सरस्वती


मयंक अग्रवाल 
नित्य संदेश, मेरठ। शुभम करोति फाउंडेशन द्वारा आभा मानव मंदिर वृद्धाश्रम पंचवटी कॉलोनी के प्रांगण में गोस्वामी तुलसीदास जयंती के उपलक्ष्य में रामचरितमानस ज्ञानयज्ञ सप्ताह के विश्राम दिवस कथा का आयोजन किया गया।

कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद सरस्वती ने बालकांड में शिव पार्वती संवाद पर तात्विक प्रवचन किया। कहा कि भगवान का वरण करना ही भक्ति है। भक्त को भगवान स्वयं गुरुरूप में ज्ञान देते हैं। भगवान शिव स्वयं काशी में प्राण त्यागने वालों को राम नाम रूपी तारक मंत्र देकर मुक्त कर देते हैं। भगवान राम ही अनादि ब्रह्म हैं, जो सभी विषयों, इंद्रियों, देवताओं और जीवों के प्रकाशक हैं। अज्ञानी जीव भ्रम, विपर्यय अथवा असंभावना रूपी दोषों के कारण भगवान राम को तत्व से नहीं समझ पाते। व्यासपूजन प्रियांक सिंघल, माया खंडेलवाल और पूर्ण चंद शर्मा ने किया। सुरेश चन्द गोविल, आभा गोविल, कुणाल दीक्षित, शांति आर्य, मनोज शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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