सरधना में लेखपालों ने धरना देकर मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। हापुड़ में लेखपाल सुभाष मीणा की दुःखद मृत्यु के लिए वहां के जिलाधिकारी के कथित दमनात्मक व्यवहार को दोषी ठहराते हुए लेखपालों ने सरधना तहसील मुख्यालय पर धरना दिया। मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम के माध्यम से भेजा गया। ज्ञापन में मृतक लेखपाल सुभाष मीणा के परिजनों के लिए मुआवजे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
ज्ञापन में बताया गया कि हापुड़ में जिलाधिकारी के अपमानजनक और दमनात्मक व्यवहार तथा बिना जांच के झूठी शिकायत पर की गई उत्पीड़नकारी कार्रवाई के चलते लेखपाल सुभाष मीणा तनाव में आ गए और उनकी हृदय विदारक मृत्यु हो गई। इस घटना से प्रदेश भर के समस्त लेखपालों में गहरा आक्रोश और दुख है। ज्ञापन में इस बात पर भी चिंता व्यक्त की गई है कि आजकल कुछ अधिकारियों में सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया और आम जनता के बीच पब्लिसिटी पाने की होड़ बढ़ गई है। इसके चलते वे बैठकों, तहसील दिवसों, थाना समाधान दिवसों और ग्राम चौपालों के दौरान अधीनस्थों को सार्वजनिक रूप से अपमानित करने और दंडित करने से नहीं चूकते, जिससे कर्मचारी भारी तनाव और डिप्रेशन में काम करने को मजबूर हैं।
लेखपाल संगठन का कहना है कि नौकरी में बढ़ते कार्य के दबाव के साथ-साथ अधिकारियों के ऐसे व्यवहार से कर्मचारियों का स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन बिगड़ रहा है, वहीं शासकीय कार्यों के संपादन में भी श्रम के सापेक्ष अच्छा परिणाम नहीं मिल पा रहा है। ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि मुख्य सचिव के उन निर्देशों का भी पालन नहीं किया जा रहा है, जिनमें कर्मचारी समस्याओं के संबंध में संगठन पदाधिकारियों के साथ प्रतिमाह बैठक किए जाने का प्रावधान है। संगठन ने इस स्थिति को संवादहीनता और संवेदनहीनता का परिणाम बताया, जिसके कारण ऐसी घटनाएं घटित हो रही हैं।
ज्ञापन में मुख्यमंत्री से हापुड़ की घटना का संज्ञान लेने और त्वरित उच्च स्तरीय जांच के निर्देश देने की मांग की गई है। इसके साथ ही प्रमुख रूप से मांग की गई कि मृतक आश्रितों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। मृतक आश्रित को योग्यतानुसार तत्काल सरकारी सेवा में नियुक्ति दी जाए। जांच रिपोर्ट शीघ्र प्राप्त कर दोषियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए। समस्त अधिकारियों को अधीनस्थों के साथ मानवीय और सम्मानजनक व्यवहार करने के निर्देश जारी किए जाएं। मुख्य सचिव द्वारा जारी शासनादेशों का पालन सुनिश्चित कराया जाए, जिनमें समस्त प्रांतीय, मंडलीय, जनपदीय, तहसील स्तरीय अधिकारियों को प्रतिमाह कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कर्मचारी समस्याओं को सुनने और समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस अवसर पर लेखपाल संघ के अध्यक्ष ललित कुमार, सचिव जितेंद्र सिंह, हरवीर सिंह, सुनील कुमार, गौरव राणा, अनुज कुमार आदि ने अपने विचार व्यक्त किए और मुख्यमंत्री से इन बिंदुओं पर सहानुभूतिपूर्वक कार्रवाई करने का अनुरोध किया।
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