नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 के मरीज का त्वरित प्रबंधन के संबंध में आपातकालीन विभाग में एक मॉक ड्रिल आयोजित की गई।
मॉक ड्रिल में एक डमी कोविड-19 मरीज के आने की स्थिति का अभ्यास किया गया। इस ड्रिल के दौरान मरीज को बैक गेट से लाकर मात्र दो मिनट के भीतर उपचार शुरू कर दिया गया, जिससे अस्पताल की तैयारियों की जाँच की गई।
ड्रिल का परिदृश्य
-एक मॉक पेशेंट, जिसमें कोविड-19 के लक्षण (बुखार, सांस लेने में तकलीफ) दिखाए गए, को अस्पताल के पीछे के प्रवेश द्वार से लाया गया, ताकि मुख्य आपातकालीन क्षेत्र में संक्रमण फैलने का खतरा न हो।
-मरीज को तुरंत आइसोलेशन ज़ोन में ले जाया गया और उसकी प्राथमिक जांच की गई।
-चिकित्सको और नर्सिंग स्टाफ ने पीपीई किट (PPE Kit) पहनकर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया। साथ ही साथ ऑक्सीजन सपोर्ट और अन्य आवश्यक उपचार दो मिनट के भीतर शुरू कर दिए गए।
टीम का सही समन्वय
इस मॉक ड्रिल में निम्नलिखित अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे:
- डॉ. धीरज बालियान (प्रमुख अधीक्षक)
- डॉ आभा गुप्ता (नोडल अधिकारी)
- डॉ. अरविंद कुमार (सहनोडल अधिकारी)
डॉ संतोष मित्तल (शहनोडल अधिकारी)
- सिस्टर इंचार्ज व नर्सिंग स्टाफ
- मेडिसिन रेजिडेंट्स व ड्यूटी पर तैनात टीम
ड्रिल का उद्देश्य व परिणाम
इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य था:
*आपातकालीन प्रतिक्रिया समय की जाँच करना*
*संक्रमण नियंत्रण प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करना*
*मरीज प्रबंधन में टीमवर्क को मजबूत करना*
ड्रिल के दौरान अस्पताल स्टाफ ने तेजी से मरीज को स्टेबलाइज करने और उचित इलाज शुरू करने में सफलता प्राप्त की।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
डॉ. धीरज बालियान (प्रमुख अधीक्षक,) ने सभी स्टाफ की सराहना करते हुए कहा कि "नियमित मॉक ड्रिल से हम आपात स्थितियों में और भी बेहतर प्रदर्शन कर सकेंगे।"
डॉ. आभा गुप्ता (नोडल अधिकारी) ने कहा, "ऐसे अभ्यास हमें वास्तविक स्थिति के लिए तैयार रखते हैं। हमारी टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।"
डॉ. अरविंद कुमार (सहनोडल अधिकारी) ने बताया कि यह मॉक ड्रिल LLRM मेडिकल कॉलेज के आपातकालीन प्रबंधन की तैयारी को दर्शाती है।
चिकित्सालय प्रशासन ने सभी कर्मचारियों के समर्पण और मेहनत की सराहना की और भविष्य में भी ऐसे अभ्यास जारी रखने का संकल्प लिया। उक्त मॉक ड्रिल के पश्चात सभी जानकारियों को शासन के साथ साँझा किया गया।
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