नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। क्रांति दिवस की पूर्व संध्या पर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और बूंद फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित रक्तदान शिविर में सभी ने एकत्र होकर न केवल स्वास्थ्य सेवा में योगदान दिया, बल्कि मानवता की सेवा का भी एक महत्वपूर्ण कार्य किया है। रक्तदान, वास्तव में महादान है, यह एक ऐसा उपहार है जो जरूरतमंद व्यक्ति को जीवन में नई आशा और संबल देता है।
कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने इस अवसर पर कहा कि "जब किसी के जीवन की डोर कुछ रक्त की बूंदों पर निर्भर होती है, तब रक्तदाता देवदूत बनकर उसकी जिंदगी बचाते हैं। रक्तदान की प्रक्रिया सरल अवश्य है, लेकिन इसका प्रभाव अनमोल और दूरगामी होता है। यह न केवल एक दान है, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है, जिसे निभाना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि रक्तदान हमें दूसरों की मदद करने का अवसर देता है और साथ ही हमारे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ाता है। हमें अपने आसपास के लोगों को भी प्रेरित करना चाहिए कि वे इस नेक कार्य में भाग लें और समाज को स्वस्थ और सशक्त बनाने में सहयोग करें।
शिविर के माध्यम से कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने सभी से अपील की कि वे रक्तदान के महत्व को समझें, इसे जीवन का नियमित हिस्सा बनाएं और इस महाअभियान में सक्रिय भागीदारी करें। आइए, हम मिलकर रक्तदान करें और अधिक से अधिक लोगों की जान बचाने में अपनी भूमिका निभाएं। आपका यह छोटा सा कदम, किसी के जीवन में नई सुबह बन सकता है।
इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता, रिसर्च डायरेक्टर प्रोफेसर बीरपाल सिंह, डॉक्टर पीके बंसल, इंजीनियर प्रवीण पवार, मितेंद्र कुमार गुप्ता, बूंद फाउंडेशन के डायरेक्टर रवि कुमार और उनकी टीम,श्री कृष्णा चेरिटेबल ब्लड बैंक के डायरेक्टर योगेंद्र यादव तथा उनकी टीम, सर्वोत्तम शर्मा, अमित शर्मा, अवधेश त्यागी, प्रवीण शर्मा, राजीव पाल संजीव चौधरी, रश्मि तेवतिया, डीपी सिंह, मनी सिंह, पवन पुनिया, साहिल, प्रशान्त, बृजपाल, कमल आदि मौजूद रहे।
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