नित्य संदेश ब्यूरो
सरधना। मंगलवार सुबह आचार्य श्री सौरभ सागर महाराज ने गांधी नगर से विहार कर लश्कर गंज स्थित सौरभ सागर सभागार में प्रवेश किया, जहां सभागार समिति ने उनका पाद प्रक्षालन व आरती कर भव्य स्वागत किया।
प्रवचन सभा की शुरुआत कोमल जैन ने मंगलाचरण प्रस्तुत कर की। भगवान पद्म प्रभु व आचार्य सौरभ सागर महाराज के चित्र अनावरण व दीप प्रज्ज्वलन का सौभाग्य चंद्रप्रभु महिला समिति, तनिका जैन (सभासद) व सजल जैन (गाजियाबाद) को मिला। आचार्य श्री ने प्रवचन करते हुए कहा कि धन-संपदा का सदुपयोग महत्वपूर्ण है, अन्यथा व्यक्ति अपने पुण्यों को खो देता है। उन्होंने कहा कि आदमी आता तो पुण्य की बंद मुट्ठी लेकर है और जाता खुले हाथ है। महाराज श्री ने इस बात पर जोर दिया कि हमें विरासत में क्या मिला, यह महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि हम भविष्य को क्या देकर जा रहे हैं, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसी से एक सभ्रांत परिवार, समाज व राष्ट्र का निर्माण होता है। उन्होंने धन की तीन गतियों - भोग, दान या विनाश - का उल्लेख करते हुए कहा कि मनुष्य को अपने धन को भोग और विनाश से बचाते हुए दान में लगाना चाहिए ताकि उसका अगला जन्म भी भाग्य से परिपूर्ण हो। सभा में छुल्लक श्री विशंक सागर महाराज का भी सानिध्य रहा। इस मौके पर आदेश जैन, अवनीश जैन, राकेश जैन, विकास जैन, अंकुश जैन, विशांत जैन, अरिहंत जैन आदि श्रावक उपस्थित रहे। आचार्य श्री का अगला विहार बुधवार सुबह आदर्श नगर स्थित सौरभ सागर संत निकेतन के लिए होगा।
31 को रखेंगे कल्याणकारी योजनाओं की आधारशिला
जैन बाल संघ के अध्यक्ष नमन जैन ने बताया कि आचार्य श्री मुरादनगर गंग नहर स्थित जीवन आशा विकलांग हॉस्पिटल में प्रवास के बाद सरधना आए हैं। उन्होंने गत 20 मई को कैंसर रोगियों के उपचार के लिए कीमोथेरेपी व रेडियोथेरेपी की सुविधा शुरू कराई थी। सरधना क्षेत्र के मढ़ियाई गांव में गंग नहर के नजदीक आगामी 31 मई को वृद्धाश्रम, डिग्री कॉलेज और पब्लिक स्कूल की आधारशिला रखी जाएगी, जो मानव हित व कल्याण का एक और केंद्र बनेगा। इस योजना को आगे बढ़ाने में कमल जैन गुड्डू, पंकज जैन पटवारी, योगेश जैन सोनी, विकास जैन सोनू, विनोद जैन (बीजेपी) और सजल जैन (वसुंधरा) मुख्य रूप से लगे हुए हैं।
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