नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। विद्युत वितरण कंपनियों के निजीकरण के
विरोध में चल रहे आंदोलन का 10 केंद्रीय श्रम संघों ने समर्थन किया है। लखनऊ में
09 अप्रैल को होने वाली विशाल रैली की तैयारी में प्रांत व्यापी दौरा प्रारंभ कर दिया
है और जनपदों में बिजली पंचायत शुरू हो गई हैं। इस बीच संघर्ष समिति ने निर्णायक संघर्ष
की तैयारी और 24 घण्टे मॉनिटरिंग के लिए लखनऊ में सेंट्रल कंट्रोल रूम बना दिया है।
गुरुवार
को देश के 10 बड़े राष्ट्रीय श्रम संघों ने बिजली वितरण के निजीकरण के विरोध में चल
रहे आंदोलन का अपने प्रस्ताव में उल्लेख कर खुला समर्थन किया है। लगातार 112वें दिन
बिजली कर्मियों का प्रान्त व्यापी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों
ने बताया कि दिल्ली में संपन्न हुए दस श्रम संघों के राष्ट्रीय सम्मेलन में पारित प्रस्ताव
में विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण के विरोध में चल रहे आंदोलन का उल्लेख कर इसका
समर्थन किया गया है। दिल्ली में हुए सम्मेलन में पारित प्रस्ताव में कहा गया है - डिस्कॉम
को निजी खिलाड़ियों को सौंपे जाने के खिलाफ बिजली कर्मचारी लगातार आन्दोलन कर रहे हैं।
जनपद मेरठ में विद्युत जानपद मण्डल प्रांगण, ऊर्जा भवन कार्यालय में हुई विरोध सभा
में सभी बिजली कर्मचारियों ने निजीकरण के विरुद्ध अपनी आवाज़ बुलंद की।
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