नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के सीवी रमन सेमिनार हॉल में Directorate of Research and Development के तत्वावधान में एक विशेष आमंत्रित व्याख्यान का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम सीसीएसयू एवं नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर मटीरियल्स एडवांसमेंट (NIMA), पिट्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी, कंसास अमेरिका के बीच हुए MoU के अंतर्गत आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रो. (डॉ.) राम गुप्ता (एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट, रिसर्च स्ट्रेटेजी एंड एडवांसमेंट एवं प्रोफेसर ऑफ केमिस्ट्री, पिट्सबर्ग स्टेट यूनिवर्सिटी) अमेरिका रहे। हाल ही में उन्हें स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विश्व के शीर्ष 2% शोध वैज्ञानिकों में स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होंने अपने व्याख्यान में “Research and Opportunities in Energy Technologies” विषय पर विस्तृत एवं प्रेरणादायक विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम के कन्वीनर एवं सीसीएसयू के रिसर्च एंड डेवलपमेंट निदेशक प्रो. बीरपाल सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा, “डॉ. राम गुप्ता जैसे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वैज्ञानिक का हमारे विश्वविद्यालय में आना भौतिकी विभाग एवं शोधार्थियों के लिए अत्यंत गौरव की बात है। इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों को वैश्विक स्तर पर रिसर्च, स्टूडेंट एक्सचेंज और हायर एजुकेशन के अवसरों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।”
कार्यक्रम के दौरान डॉ. राम गुप्ता ने भौतिकी विभाग की प्रयोगशालाओं का भ्रमण भी किया तथा विश्वविद्यालय की शैक्षणिक, शोध एवं अधोसंरचनात्मक सुविधाओं की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं अनुसंधान के लिए एक सकारात्मक और प्रेरक वातावरण उपलब्ध है।
इंटरएक्टिव सत्र के दौरान अमेरिका में हायर एजुकेशन को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में डॉ. राम गुप्ता ने अपने शोध एवं अनुभव के आधार पर कहा “यदि छात्र की इंग्लिश स्पीकिंग और कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी हों, अपने विषय की समझ मजबूत हो, वर्तमान शैक्षणिक एवं वीज़ा नीतियों की जानकारी हो, आवेदन प्रक्रिया को सही ढंग से समझता हो तथा अपने प्रोफाइल के अनुसार स्मार्ट तरीके से कोर्स का चयन करे, तो अमेरिका में उच्च शिक्षा का मार्ग काफी सुगम हो सकता है। यदि सभी निर्णय स्टेप-बाय-स्टेप, योजनाबद्ध और व्यावहारिक दृष्टिकोण से लिए जाएं, तो हायर एजुकेशन के अवसर सहज रूप से प्राप्त किए जा सकते हैं।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान परिस्थितियों में भारत से सीधे अमेरिका में नौकरी प्राप्त करना वीज़ा कारणों से अपेक्षाकृत कठिन हो सकता है, जबकि पहले अमेरिका में अध्ययन कर वहीं से करियर की शुरुआत करना अधिक व्यावहारिक एवं सफल मार्ग है। साथ ही उन्होंने टॉफेल ल के माध्यम एवं सही मार्गदर्शन के जरिए अमेरिका में अध्ययन के अवसर प्राप्त करने की जानकारी भी साझा की।
इंटरएक्टिव सत्र में गुलफाम, सिमरन वर्मा, प्राणिक सिंह, दुर्वेश गौतम, रोहन चौधरी सहित कई छात्रों ने अपने करियर एवं हायर स्टडीज से जुड़े प्रश्न पूछे, जिनका डॉ. गुप्ता ने सहज एवं मार्गदर्शक उत्तर देते हुए स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम, फेलोशिप्स एवं अंतरराष्ट्रीय सहयोग से जुड़े अवसरों की जानकारी दी।
कार्यक्रम का संचालन कविता शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के को- कन्वीनर प्रो. जितेंद्र सिंह, उप-निदेशक (रिसर्च इंटरनेशनल कोऑपरेशन), प्रो. संजीव शर्मा, प्रो. अनुज कुमार, डॉ नीरज पंवार, डॉ. योगेंद्र गौतम, अनिल यादव, इंजी. प्रवीण पंवार सहित शिक्षकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम ने छात्रों को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा, शोध एवं करियर के प्रति नई दिशा और प्रेरणा प्रदान की।
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