-अनुकूल आश्रय स्थल बन गए हैं खादर भूमि और भीकुण्ड वैटलैंड
नित्य संदेश ब्यूरो
हस्तिनापुर। वन्य जीव सेंचुरी में सर्दियों की शुरुआत
के साथ ही विदेशी पक्षियों का आगमन हो गया है। साइबेरिया और अन्य ठंडे क्षेत्रों से
हजारों किलोमीटर का सफर तय कर प्रवासी पक्षी यहां पहुंचे हैं। हस्तिनापुर सेंचुरी की
खादर भूमि और भीकुण्ड वैटलैंड इन पक्षियों के लिए अनुकूल आश्रय स्थल बन गए हैं।
भीकुण्ड वैटलैंड और मखदुमपुर घाट जैसे क्षेत्र प्रवासी
पक्षियों के लिए आदर्श माने जाते हैं। इन स्थानों पर उन्हें प्रचुर मात्रा में भोजन,
जल स्रोत और शांत वातावरण मिलता है। यहां स्पूनबिल, सारस क्रेन और ब्लैक नेक्ड स्टॉर्क
जैसी कई दुर्लभ प्रजातियों के पक्षी बड़ी संख्या में देखे जा रहे हैं। ये पक्षी न केवल
क्षेत्र की जैव विविधता को बढ़ाते हैं, बल्कि प्रकृति प्रेमियों और पक्षी विशेषज्ञों
के लिए भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। वन विभाग इन प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा
को लेकर विशेष सतर्कता बरत रहा है। नियमित गश्त और निगरानी के माध्यम से यह सुनिश्चित
किया जा रहा है कि पक्षियों को किसी भी प्रकार का नुकसान न पहुंचे।
ये कहना है वन क्षेत्राधिकारी का
हस्तिनापुर की वन क्षेत्राधिकारी खुशबू उपाध्याय ने बताया
कि प्रत्येक वर्ष सर्दियों के मौसम में विदेशी पक्षी भोजन की तलाश में इस क्षेत्र में
आते हैं। यहां कुछ समय रुकने और पर्याप्त भोजन मिलने के बाद वे अपने मूल स्थानों की
ओर लौट जाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वन विभाग की प्राथमिकता इन पक्षियों को सुरक्षित
वातावरण प्रदान करना है। इन विदेशी पक्षियों की मौजूदगी से हस्तिनापुर सेंचुरी की प्राकृतिक
सुंदरता में वृद्धि हुई है। यह क्षेत्र के पर्यावरणीय संतुलन और जैव विविधता के लिए
एक सकारात्मक संकेत है।
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