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Monday, December 29, 2025

अनुसूचित जातियों के आर्थिक उत्थान में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की भूमिका अहम, राष्ट्रीय आयोग के द्वारा की गई समीक्षा



नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ: केनरा बैंक (जिला अग्रणी प्रबंधक कार्यालय, मेरठ) द्वारा अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के समन्वय से आज होटल हारमनी इन में उत्तर प्रदेश राज्य, विशेषकर मेरठ अंचल के अंतर्गत अनुसूचित जातियों (SC) के वित्तीय समावेशन और कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति पर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (भारत सरकार) के माननीय सदस्य लवकुश कुमार ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।

वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा स्वागत एवं रूपरेखा
कार्यक्रम का शुभारंभ केनरा बैंक के उप महाप्रबंधक (DGM) वेंकट रामुलु द्वारा मुख्य अतिथि लवकुश कुमार के स्वागत के साथ हुआ। उन्होंने बैठक की रूपरेखा रखते हुए अनुसूचित जातियों के विकास में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की प्रतिबद्धता को दोहराया।

8 प्रमुख बैंकों ने प्रस्तुत किया तीन वर्षों का रिपोर्ट कार्ड
बैठक की मुख्य विशेषता क्षेत्र के 8 प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (Public Sector Banks) की सक्रिय भागीदारी रही। बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और आईडीबीआई बैंक के क्षेत्रीय प्रमुखों एवं वरिष्ठ पदाधिकारियों ने पिछले तीन वित्तीय वर्षों (2022-25) का विस्तृत डेटा प्रस्तुत किया।

बैठक में पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से निम्नलिखित मुख्य बिंदुओं पर गहन चर्चा हुई:
ऋण वितरण (Advances): अनुसूचित जाति वर्ग के उद्यमियों और युवाओं को मुद्रा योजना, एमएसएमई (MSME) और शिक्षा ऋण के तहत आवंटित धनराशि का ब्यौरा।
तुलनात्मक विश्लेषण: सामान्य श्रेणी बनाम अनुसूचित जाति श्रेणी के प्राप्त ऋण आवेदनों, उनकी स्वीकृति दर और अस्वीकृति के कारणों की समीक्षा।
सीएसआर (CSR) गतिविधियाँ: बैंकों द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्रों में किए गए जनकल्याणकारी कार्य।
वित्तीय समावेशन (FI): सामाजिक सुरक्षा योजनाओं जैसे पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY), पीएम सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) और अटल पेंशन योजना (APY) में लक्षित वर्ग की भागीदारी।

"तकनीकी बाधाएं दूर कर आवेदकों का मार्गदर्शन करें बैंक":  लवकुश कुमार
मुख्य अतिथि लवकुश कुमार ने बैंकों द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों का विश्लेषण करते हुए कहा कि वित्तीय समावेशन मात्र एक बैंकिंग प्रक्रिया नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय का आधार है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा: "बैंकों को ऋण आवेदन की प्रक्रियाओं को और अधिक सरल और पारदर्शी बनाना चाहिए। तकनीकी कारणों से आवेदन निरस्त करने के बजाय बैंक अधिकारी आवेदकों का मार्गदर्शन करें और कमियों को सुधारने में मदद करें, ताकि कोई भी पात्र लाभार्थी योजना के लाभ से वंचित न रहे।"





मेरठ अंचल की प्रगति और समापन
जिला अग्रणी प्रबंधक (LDM) श्री राकेश खन्ना ने जनपद मेरठ से संबंधित विशिष्ट आंकड़े प्रस्तुत किए, जिसमें जिले में बैंकों द्वारा अनुसूचित जाति के लाभार्थियों को दिए गए ऋण की स्थिति संतोषजनक पाई गई।
कार्यक्रम का कुशल संचालन जिला अग्रणी कार्यालय के वरिष्ठ प्रबंधक श्री रविकांत अग्रिश द्वारा किया गया। बैठक के अंत में केनरा बैंक के मंडल प्रबंधक (Divisional Manager) श्री कमल ने मुख्य अतिथि और सभी बैंक अधिकारियों को अपना कीमती समय देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
भवदीय,
(राकेश खन्ना)
जिला अग्रणी प्रबंधक (LDM)
केनरा बैंक, मेरठ

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