लोनी: टाटा टी अग्नि ने पिछले
साल के जोश 2.0 अभियान की सफलता को आगे बढ़ाते हुए, उत्तर
प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में एक शानदार पहल शुरू की है, जो एआई का उपयोग
कर गृहिणियों को उनकी अपनी जोश भरी कहानियों
का चेहरा बनाती है। गौरतलब है कि पिछले साल के प्रचार अभियान में गृहिणियों की जज़्बे और असीम ऊर्जा का सम्मान किया गया था।
यह अभियान, ब्रांड के 'जोश जगाए हर रोज़' के वादे पर आधारित है। इसमें हर गृहिणी को प्रेरित करने वाली अंदर की ऊर्जा का सम्मान किया जाता है। यह उन लाखों गुमनाम महिलाओं का सम्मान करता है जिनका अथक समर्पण अक्सर चुपचाप उनके परिवारों के सपनों को सहारा देता है। ब्रांड ने टेक्नोलॉजी को आधार बना कर इस संदेश को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है, ताकि हर महिला को यह महसूस हो कि उसे पहचान दी जा रही है, महत्व दिया जा रहा है और उसका सम्मान किया जा रहा है। इस पहल व्हाट्सऐप से जुड़े एआई टूल आधारित है जो एक वीडियो इंटेलिजेंस इंजन से संचालित है। इस टूल के लिए उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाके के उपभोक्ताओं को उस गृहिणी की 4-5 तस्वीरें व्हाट्सऐप मैसेज के ज़रिए भेजनी होती हैं, जिसके "जोश" का वे सम्मान करना चाहते हैं। एआई तस्वीरों का विश्लेषण करता है और व्यक्तिगत कहानी का वीडियो बनाकर वापस भेजता है। यह वीडियो एक छोटी फिल्म बन जाता है जिसमें वह महिला मुख्य किरदार होती है। यह पहल, अब उत्तर प्रदेश के 100 से ज़्यादा गांवों में सफलतापूर्वक आगे बढ़ रही है, जो रोज़मर्रा के पलों को भावनात्मक रूप से प्रभावशाली, साझा करने लायक कहानियों में बदल देती है। यहां की गुमनाम गृहिणी, ब्रांड की नायिका बन जाती है।
इस प्रचार अभियान को, ज़मीनी स्तर पर जोश कारवां के ज़रिए पेश किया गया। जोश कारवां एक मोबाइल प्रचार अभियान है जिसमें मोहल्ला बैठकें, जोश बूथ और स्थानीय हाट, मेलों और सामुदायिक केंद्रों पर लाइव स्क्रीनिंग शामिल होती है। इन आयोजनों में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, जहां लोगों को अपनी पहचान के सम्मान पर गर्व करने का मौका मिला। सुल्तानपुर की एक प्रतिभागी ने कहा, "यह पहला मौका है, जब मैंने किसी ब्रांड को हमारे काम का सचमुच सम्मान करते देखा है। इससे मुझे गर्व महसूस हुआ।" जोश कारवां के नाम से जाने जाने वाले इस अभियान का आउटडोर एक्टिवेशन, ग्रामीण सभा स्थलों पर मोहल्ला बैठकों, लाइव स्क्रीनिंग और संवादपरक जोश बूथों के साथ किया गया, जिससे बड़े पैमाने पर पहचान मिली और इसका असर बढ़ा। यह प्लेटफॉर्म, टाटा टी अग्नि के लिए ब्रांड पहचान का ज़रिया बन गया, जिससे इसे भीड़ से अलग पहचान बनाने में मदद मिली।
एआई आधारित इस अभियान का लक्ष्य है पूरे देश की गृहणियों की अनकही कहानियों को सामने लाकर सार्थक और व्यक्तिगत तरीके से जुड़ना। यह प्लेटफॉर्म, टेक्नोलॉजी के ज़रिये कहानी गढ़ता है और ग्रामीण उपभोक्ताओं को उनकी अपनी सांस्कृतिक जड़ों वाली कहानियों के नायक के तौर पर पेश करता है, साथ ही प्रासंगिक, विस्तार योग्य और वास्तविक जुड़ाव के ज़रिए ग्रामीण इलाकों से जुड़े विपणन (मार्केटिंग) के भविष्य को नया स्वरूप देता है। उत्तर प्रदेश में शुरू हुई इस पहल से क्षेत्रीय जुड़ाव को और बढ़ाया जा सकेगा। यह अभियान टाटा टी अग्नि के ग्रामीण इलाके जुड़े आधुनिक अभियानों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। यह दीर्घाकालिक रणनीति है जो भारत के दूर-दराज़ के इलाकों में वास्तविक असर पैदा करने के लिए हाइपरलोकल (अति स्थानीय) कंटेंट तैयार करने, इन्फ्लुएंसर आधारित प्रचार और प्रौद्योगिकी आधारित कहानी पेश करने की प्रक्रिया को जोड़ती है। ग्रामीण उपभोक्ताओं के बीच ब्रांड की मज़बूत उपस्थिति और भावनात्मक रूप से समृद्ध अभियान पेश करने के लिए मशहूर टाटा टी अग्नि, सांस्कृतिक रूप से सार्थक, ग्रामीण स्तर पर नवोन्मेषी मार्केटिंग की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

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