नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित International Conference on Photonics and Emerging Materials for Futuristic Technology (PEMFT-2025) का समापन सत्र गरिमामयी वातावरण में सम्पन्न हुआ।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. आनंद कुमार त्यागी, माननीय कुलपति, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. के. पी. सिंह, एसोसिएट डायरेक्टर (EP & IPR), डीआरडीओ, रक्षा मंत्रालय ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गौरवान्वित किया। सम्मेलन की मुख्य संरक्षक विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला रहीं, जिनके मार्गदर्शन में पूरा आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। सह-संरक्षक प्रो. जैमला, डीन फैकल्टी ऑफ साइंस, तथा प्रो. बीरपाल सिंह, निदेशक (अनुसंधान एवं विकास) भी पूरे समय सम्मेलन से जुड़े रहे।
समारोह की शुरुआत संयोजक प्रो. अनिल कुमार मलिक के स्वागत संबोधन से हुई। उन्होंने सभी अतिथियों, वक्ताओं, प्रतिभागियों, संकाय सदस्यों, तकनीकी टीम और स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया। इसके बाद प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने मुख्य अतिथि प्रो. आनंद कुमार त्यागी का परिचय दिया और उनके शैक्षणिक योगदान पर प्रकाश डाला। प्रो. अनिल कुमार यादव ने विशिष्ट अतिथि डॉ. के. पी. सिंह का परिचय देते हुए रक्षा अनुसंधान एवं बौद्धिक संपदा प्रबंधन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया।
समापन सत्र के दौरान कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने आयोजकों की विशेष प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सम्मेलन से पहले कार्यशाला का आयोजन करना एक दूरदर्शी और उपयोगी पहल थी, जिससे प्रतिभागियों को विषय की गहराई समझने का अवसर मिला। उन्होंने सुझाव दिया कि भविष्य के सभी राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में भी इस व्यवस्था को नियमित रूप से शामिल किया जाना चाहिए।
समापन सत्र में आयोजन सचिव डॉ. नीरज पंवार ने तीन दिवसीय सम्मेलन की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें सभी तकनीकी सत्रों, आमंत्रित व्याख्यानों, पोस्टर और मौखिक शोध प्रस्तुतियों का सार प्रस्तुत किया गया। पूरे कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ. कविता शर्मा ने किया। इस अवसर पर Guest of Honour के रूप में प्रो. रंजीत बैरवा (DSIR) तथा प्रो. भूपेंद्र सिंह (डीन स्टूडेंट वेलफेयर) भी उपस्थित रहे।
समापन सत्र में श्रेष्ठ शोध प्रस्तुतियों को सम्मानित भी किया गया। पोस्टर प्रस्तुति में पुरस्कार क्रमशः सुश्री प्रतिक्षा मौर्य (IIT Roorkee), श्री आदित्य कुडवाल, सुश्री अवंतिका, श्री अखिलेश्वर गुप्ता (लखनऊ विश्वविद्यालय) और सुश्री लक्ष्मी कुमारी धाकड़ (बनस्थली विश्वविद्यालय) को प्रदान किए गए। मौखिक प्रस्तुति श्रेणी में आशिष मलिक (IIT), डॉ. कोमल कंवर, डॉ. कृष्ण प्रजापति, श्री कमल कुमार (UPES) और डॉ. जयरिन फातिमा (लखनऊ विश्वविद्यालय) को सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतकर्ता के रूप में सम्मानित किया गया।
सम्मेलन में प्रतिभागियों ने अपने अनुभव भी साझा किए। नूपुर राणा (CCSU) ने कहा कि विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान मजबूत कर रहा है। सलोनी पतनायक ने सीसीएसयू की मेजबानी और विशेष रूप से डिजिटल प्रमाणपत्र व्यवस्था की सराहना की, जिसे उन्होंने अपने अनुभव में सबसे अनोखा बताया। स्वीटी (NIT दिल्ली) ने आयोजन के प्रति आभार व्यक्त किया, जबकि आशिष (IIT धारवाड़) ने कहा कि “CCSU को कभी कम न आँकें; यह देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक है।” प्रसिद्ध वैज्ञानिक प्रो. अडरोजा ने भी सम्मेलन की वैज्ञानिक गुणवत्ता की प्रशंसा की और शोधार्थियों को निरंतर नवाचार की दिशा में कार्य करने का संदेश दिया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्वानों और शोधार्थियों की उपस्थिति ने सत्र की गरिमा को और बढ़ाया। उपस्थित प्रमुख शिक्षाविदों में प्रो. अनुज कुमार, प्रो. संजीव कुमार शर्मा, प्रो. हरे कृष्ण, प्रो. अतवीर सिंह, प्रो. दिनेश कुमार, प्रो. शैलेंद्र शर्मा, प्रो. विवेक कुमार, प्रो. आर. के. सोनी, प्रो. जितेंद्र कुमार, प्रो. सतेंद्र पाल, प्रो. ललित कुमार, प्रो. सचिन कुमार, प्रो. पवित्र देव, प्रो. अनुज त्यागी डॉ. योगेंद्र कुमार गौतम, डॉ. अनिल कुमार यादव, डॉ. विवेक के. नौटियाल, और कई अन्य विद्वान सम्मिलित रहे।
सत्र के अंत में अतिथियों और प्रतिभागियों ने सहमति व्यक्त की कि PEMFT-2025 ने फोटॉनिक्स, उभरते सामग्री विज्ञान और भविष्य की तकनीकों के शोध को नई गति प्रदान की है। सहयोगी संस्थानों, विशेषज्ञ वक्ताओं और देश-विदेश से आए प्रतिभागियों के योगदान के कारण यह सम्मेलन अत्यंत सफल रहा।
इस प्रकार तीन दिवसीय यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ज्ञान, नवाचार और शोध आदान-प्रदान का उत्कृष्ट मंच सिद्ध हुआ, और विश्वविद्यालय प्रशासन तथा आयोजन समिति के संयुक्त प्रयासों से समापन समारोह सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।
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