नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। भारत के घरेलू ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने 1,000 रुपये से कम कीमत के उत्पादों के लिए जीरो कमीशन मॉडल की शुरुआत करते हुए अपने सेलर रेट कार्ड में महत्वपूर्ण बदलाव किया है। ऑनलाइन सेलिंग को ज्यादा समावेशी एवं विकास आधारित बनाने की प्रतिबद्धता के अनुरूप इस मॉडल से लागत की व्यवस्था को सरल बनाया गया है, प्रतिस्पर्धी कीमतों को बढ़ावा दिया गया है और देशभर में छोटे एवं मध्यम उद्यमों के लिए फ्लिपकार्ट का वैल्यू प्रपोजिशन मजबूत हुआ है।
फ्लिपकार्ट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और मार्केटप्लेस हेड साकेत चौधरी ने कहा, एमएसएमई क्षेत्र भारत की जीडीपी में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देता है, जो देश की आर्थिक गतिविधि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। फ्लिपकार्ट में हम ऑनलाइन सेलिंग को सरल और मजबूत बनाने वाले कदमों के जरिये भारत के एमएसएमई सेक्टर और नए जमाने के उद्यमियों के बड़े नेटवर्क को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। फ्लिपकार्ट पर 1,000 रुपये से कम कीमत वाले उत्पादों और शॉप्सी पर सभी उत्पादों को कवर करते हुए जीरो कमीशन मॉडल की शुरुआत इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे डिजिटल कारोबार में कदम रखने की राह में आने वाली बाधाओं को दूर करने और अधिक क्षेत्रीय, विशिष्ट एवं उभरते ब्रांड्स को इसका हिस्सा बनाने में मदद मिलेगी। यह जीरो कमीशन मॉडल हमारे लाखों ग्राहकों को ज्यादा किफायती विकल्प देगा, विशेष रूप से एसेंशियल्स और मूल्य आधारित कैटेगरी में। इन श्रेणियों में 1,000 रुपये से कम मूल्य के उत्पादों की काफी मांग रहती है। यह कदम ऐसा समावेशी, सुगम और विकास के अनुकूल ई-कॉमर्स इकोसिस्टम बनाने के हमारे लक्ष्य को दर्शाता है, जिससे हर सेलर की महत्वाकांक्षा को नई उड़ान मिले।
रेट कार्ड में रणनीतिक बदलाव से फ्लिपकार्ट के हाइपरवैल्यू प्लेटफॉर्म शॉप्सी पर व्यापक प्रभाव पड़ा है। शॉप्सी पर सभी उत्पादों पर जीरो कमीशन मॉडल लागू किया गया है, चाहे उत्पाद की कीमत कुछ भी हो। इससे हाइपरवैल्यू सेगमेंट को लक्ष्य बनाकर काम करने वाले सेलर्स की स्थिति मजबूत होगी और ग्राहकों के लिए उत्पाद ज्यादा किफायती बनेंगे। जीरो कमीशन मॉडल को इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिससे ज्यादा स्थानीय एवं उभरते एमएसएमई ब्रांड डिजिटल इकोनॉमी से जुड़ें और उन्हें देशभर के करोड़ों ग्राहकों को बेहतर मूल्य एवं विकल्प देने में सक्षम बनाया जा सके।
इस अपडेटेड स्ट्रक्चर के तहत 1,000 रुपये से कम कीमत पर उत्पाद बेचने वाले सभी पात्र विक्रेताओं से कोई कमीशन शुल्क नहीं लिया जाएगा। इस पहल का लक्ष्य एमएसएमई को समर्थन देना, उन्हें ग्राहकों को ज्यादा किफायती उत्पाद देने में सक्षम बनाना, साथ ही कारोबार करने की लागत को प्रभावी तरीके से कम करना है। पारदर्शी प्रक्रियाओं, टेक्नोलॉजी आधारित टूल्स एवं पूरे इकोसिस्टम में सपोर्ट देते हुए सेलर्स को सफल बनाने के फ्लिपकार्ट के प्रयासों को ध्यान में रखकर जीरो कमीशन मॉडल को तैयार किया गया है। लागत की व्यवस्था को सुगम बनाते हुए फ्लिपकार्ट अपने सेलर्स के लिए प्लेटफॉर्म पर विस्तार करने (एक्सपेंड), प्रबंधन करने (मैनेज) और विकास करने (ग्रोथ) की प्रक्रिया को पहले से कहीं ज्यादा आसान बना रहा है।
इस जीरो कमीशन मॉडल से इकोसिस्टम की मजबूती से जुड़े फायदों के साथ-साथ फ्लिपकार्ट का वैल्यू प्रपोजिशन भी बेहतर होगा। फ्लिपकार्ट के सप्लाई चेन की मजबूती से सेलर्स को पूर्वानुमान एवं विश्वसनीयता का अनूठा विकल्प मिलता है। टेक्नोलॉजी हमारी व्यवस्था के केंद्र में है। अनुमानित मांग के बारे में पता लागने के लिए मशीन लर्निंग और परिचालन को ऑटोमेट एवं डिलीवरी रूट को ऑप्टिमाइज करने के लिए एडवांस्ड एआई का प्रयोग किया जाता है। ऑटोमेटेड सॉर्टिंग से इंटेलीजेंट एड्रेस सिस्टम तक टेक्नोलॉजी के इंटीग्रेशन से लाखों शिपमेंट की सुगम डिलीवरी सुनिश्चित होती है। सिक्योर्ड पेमेंट और 50 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच के साथ इस एडवांस्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर से एमएसएमई एवं उभरते ब्रांड्स के लिए पसंदीदा पार्टनर के रूप में हमारी भूमिका को मजबूती मिली है।
यह पहल भारत के सेलर इकोसिस्टम में दीर्घकालिक निवेश की ओर बढ़ाया गया अहम कदम है। फ्लिपकार्ट पर 1,000 रुपये के कम के उत्पादों और शॉप्सी पर सभी उत्पादों पर जीरो कमीशन के साथ-साथ रिटर्न फीस में उल्लेखनीय कटौती के माध्यम से कंपनी सेलर्स के लिए टिकाऊ अर्थव्यवस्था तैयार करने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत कर रही है। यह कदम देशभर के ग्राहकों के लिए मूल्य एवं विकल्प बढ़ाने के साथ-साथ सेलर्स के लाभ को बढ़ाने के लिए उठाया गया है। इन नए कदमों से फ्लिपकार्ट पर 1,000 रुपये के कम के उत्पाद लिस्ट करने वाले सेलर्स और शॉप्सी के सभी सेलर्स की कारोबार करने की लागत 30 प्रतिशत तक कम हो जाएगी। सेलर डैशबोर्ड और सर्विस टचपॉइंट्स के माध्यम से उचित मार्गदर्शन के साथ शुरू की गई इस पहल से सेलर्स के लिए इनका लाभ लेना आसान होगा। इन बदलावों से सभी को बराबरी का मौका देने, परिचालन में पारदर्शिता लाने, सतत विकास को बढ़ावा देने, एमएसएमई को सशक्त करने और भारत के समावेशी डिजिटल रिटेल ट्रांसफॉर्मेशन को गति देने की फ्लिपकार्ट की प्रतिबद्धता को मजबूती मिली है।
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