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Wednesday, November 5, 2025

सत्यकाम के मैनेजर "टर्मिनेट" एवं प्रधानाचार्या को किया "सस्पेंड"

 


-साउथ अफ्रीका से आए स्कूल के मुख्य ट्रस्टी, ट्रस्ट में तीन नए सदस्यों को जोड‍़ा

लियाकत मंसूरी

भास्कर ब्यूरो, मेरठ। सत्यकाम इंटरनेशनल स्कूल का विवाद बुधवार को गहरा गया। ट्रस्ट के सदस्य और स्कूल के मैनेजर अनुज शर्मा को "टर्मिनेट" जबकि प्रधानाचार्या रश्मी मिश्रा को "सस्पेंड" कर दिया गया। साउथ अफ्रीका से मेरठ आए ट्रस्ट के संस्थापक दयानन्द शर्मा ने बताया कि कोर कमेटी की बैठक के बाद तीन नए सदस्यों को जोड़ा गया है। आरोप लगाया कि अनुज और रश्मी अभी भी स्कूल का संचालन कर रहे हैं, जबकि उनको पदमुक्त कर दिया गया है। इस मामले में अब वे कानूनी मदद लेंगे। पूरा प्रकरण जानने के लिए अनुज और रश्मी से संपर्क किया गया, लेकिन उनसे वार्ता नहीं हो सकी।


गढ़ रोड स्थित एक होटल में “दैनिक भास्कर” से विशेष बातचीत में सत्यकाम एजुकेशन ट्रस्ट के संस्थापक दयानंद शर्मा ने बताया कि 2010 में ट्रस्ट की स्थापना की गई थी। अपने बड़े पुत्र ग्रीस कुमार शर्मा को सेटलर और अध्यक्ष बनाया। अपने जीजा ईश्वर चंद शर्मा और उनके पुत्र अनुज शर्मा (भांजा) को ट्रस्टी नियुक्त किया। बताया कि 2010 में लोहिया नगर में सत्यकाम इंटरनेशनल स्कूल खोला गया। अनुज को मैनेजर, जबकि 2014 में रश्मी मिश्रा ने प्रधानाचार्या का पदभार संभाला था। कुछ दिन पूर्व उन्हें ज्ञात हुआ कि अनुज शर्मा साजिश के तहत सेटलर और अध्यक्ष पद हड़पने की तैयारी कर रहा है, उसने जाली कागज भी तैयार कर लिए हैं। इसमें उसका पूरा सहयोग रश्मी कर रही है। अपने स्तर से जांच की तो सब सही पाया गया। टीचर्स की सैलरी और अन्य कागजों में भी गबन मिला। इसके बाद 16 जुलाई 2025 को अनुज शर्मा को "टर्मिनेट" और प्रधानाचार्या रश्मी मिश्रा को "सस्पेंड" कर दिया गया।



पदमुक्त कर दिया, लेकिन अभी तक नहीं छोड़ा स्कूल

संस्थापक दयानंद शर्मा ने बताया कि ट्रस्टी ईश्वर चंद शर्मा का देहांत हो जाने और अनुज शर्मा के टर्मिनेट हो जाने के बाद ट्रस्ट के दो पद खाली गए। अब ट्रस्ट में अमित शर्मा, गीता शर्मा और शिखा शर्मा को जोड़ा गया हैं, जो ट्रस्टी के रूप में कार्य करेंगे। कोर कमेटी की बैठक के बाद आगे की रणनीति बनाई गई। आरोप लगाया कि अनुज और रश्मी पदमुक्त होने के बाद भी स्कूल नहीं छोड़ रहे।


सहारा देकर भांजे को बनाया मैनेजर

आगे उन्होंने बताया कि अनुज उनका भांजा है, जब उसका जूतों का काम खत्म हो गया था, तब उसको सहारा देकर स्कूल में मैनेजर के पद पर बैठाया गया और ट्रस्ट में भी जोड़ा, लेकिन आज उसके मन में बेईमानी आ गई, पहले ट्रस्ट को लेकर साजिश रची, स्कूल में घोटाला किया, आय-व्यय में अनियमित्ता मिली। इस संबंध में जब बात करने गए तो रश्मी ने मारपीट का आरोप लगाकर थाने में तहरीर दे दी।


40 साल से साउथ अफ्रीका रहता है शर्मा परिवार

संस्थापक के पुत्र अमित शर्मा और राहुल शर्मा ने बताया कि अभी तक वे पूरे मामले को शांति से सुलझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन अब उन्हें कानून की शरण लेनी पड़ेगी। वे परिवार के साथ 40 सालों से साउथ अफ्रीका रहे रह हैं और एनआरआई है, इसी का फायदा अनुज ने उठाया। फिलहाल अनुज का कोई संबंध ट्रस्ट से नहीं है और रश्मि को भी प्रधानाचार्या के पद से हटा दिया गया है।

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