मेरठ। शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय माधवपुरम में मिशन शक्ति अभियान 5.0 के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रमों के श्रृंखला में महाविद्यालय प्राचार्य प्रो.अंजू सिंह के संरक्षण एवं मिशन शक्ति प्रभारी प्रो0 लता कुमार के निर्देशन में डॉ नेहा सिंह द्वारा "महिलाओं के विकास में नियमित पोषण का महत्व" विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्राओ को पोषण एवं स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करना और उन्हें शारीरिक एवन मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करना था। कार्यशाला में डॉ नितिन चौधरी, एसोसिएट प्रोफेसर, शारीरिक शिक्षा ने छात्राओ को संबोधित करते हुए कहा कि मिशन शक्ति का उद्देश्य केवल महिलाओं को सशक्त बनाना नहीं, बल्कि उनके स्वास्थ्य और पोषण को प्राथमिकता देकर पूरे समाज को मजबूत बनाना है। महिलाओं में पोषण संबंधी जागरूकता और स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता बढ़ाकर हम एक सशक्त, सुरक्षित और सक्षम भारत का निर्माण कर सकते हैं। स्वस्थ शरीर और सक्रिय जीवन के लिए संतुलित आहार अत्यंत आवश्यक है। ऐसा आहार जो शरीर की सभी आवश्यकताओं को पूरा करे, उसे संतुलित आहार कहा जाता है। इसमें सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में शामिल होते हैं, जिससे शरीर को ऊर्जा, विकास, रोगों से लड़ने की क्षमता और मानसिक मजबूती मिलती है।
प्राचार्य प्रोफेसर अंजू सिंह ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि मिशन शक्ति भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित, शिक्षित, सशक्त तथा आत्मनिर्भर बनाना है। इस मिशन के अंतर्गत महिलाओं को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाती है।
महिलाओं का स्वास्थ्य तभी मजबूत हो सकता है जब उन्हें उचित पोषण, स्वास्थ्य सुविधाएँ और जागरूकता उपलब्ध हो। इसलिए “ महिलाओं के विकास में नियमित पोषण का महत्व” मिशन शक्ति का एक महत्वपूर्ण स्तम्भ है। कार्यक्रम समापन पर डॉ नेहा सिंह ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।
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