नित्य संदेश ब्यूरो
मोदीपुरम। सरदार वल्लभभाई
पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में चल रहे तीन दिवसीय अखिल भारतीय
किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का कुलपति डॉ. केके सिंह की अध्यक्षता में समापन
किया गया।
मेले की मुख्य विशेषता 'पौष्टिक अनाज - समृद्ध किसान' थीम रही। मेले का समापन मुख्य अतिथि कैप्टन विकास गुप्ता (अध्यक्ष, उपकार, लखनऊ) तथा विशिष्ट अतिथि पद्मश्री सेठपाल सिंह एवं पद्मश्री भारत भूषण त्यागी द्वारा किया गया। कुलपति डॉ. केके सिंह ने मुख्य अतिथि और प्रसार निदेशक डॉ. पीके सिंह ने विशिष्ट अतिथियों का पुष्प गुच्छ व प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया। मेले में 170 से अधिक स्टॉल लगाए गए, लगभग 26 से 28 हजार किसानों एवं कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कुल ₹ 40 लाख के बीजों की बिक्री हुई, जिसमें से ₹ 20 लाख की बिक्री विश्वविद्यालय द्वारा की गई। लगातार चौथे वर्ष किसान मेले के आयोजन के लिए विश्वविद्यालय अथवा उत्तर प्रदेश सरकार से कोई वित्तीय सहयोग नहीं लिया गया।
कुलपति ने अपने संबोधन में कहा कि स्टॉलों के
माध्यम से किसानों ने तकनीकी ज्ञान प्राप्त किया। पद्मश्री सेठपाल सिंह ने
प्राकृतिक खेती को आज की आवश्यकता बताया। पद्मश्री भारत भूषण त्यागी ने किसानों को
बाजार से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके।
₹ 40 लाख से अधिक के बीज की हुई
बिक्री
प्रसार निदेशक डॉ. पीके सिंह
ने बताया कि मेले में ₹ 40 लाख से अधिक के बीज की बिक्री हुई, जिसमें प्रमुखता से
गेहूँ, सरसों तथा दलहन के बीज शामिल थे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव,
वित्त नियंत्रक, समस्त अधिष्ठातागण, निदेशकगण एवं प्रसार निदेशालय के अधिकारियों
और स्टाफ का विशेष सहयोग रहा।
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