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Friday, September 26, 2025

श्री राम के वियोग में राजा दशरथ ने त्यागे प्राण


रवि गौतम 
नित्य संदेश, परीक्षितगढ़। श्री रामलीला कमेटी के तत्वावधान में चल रही रामलीला के मंच पर राजा दशरथ को जब पता लगा कि आर्य सुमंत राम को वापस लाने में असमर्थ रहे तो उनका धीरज टूट गया।

राजा दशरथ को विश्वास था कि कार्य समान राम-लक्ष्मण और सीता को किसी भी तरह से समझाकर वापस ले आएंगे, लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ, जिससे राजा विहल होकर धरा पर गिर गए और राम राम करते करते मृत्यु को प्राप्त हो गए। श्री रामलीला कमेटी में इससे पूर्व महासचिव श्याम दत्त शर्मा, विद्या भूषण गर्ग, पूर्व मंच डायेक्टर स्वर्गीय बाबू तेजपाल नागर की स्मृति में महाकालेश्वर मंदिर समिति के सभी पदाधिकारियों ने मां चंद्रघंटा का तिलक किया। 

मंच का संचालन विष्णु अवतार रूहेला ने किया। इस अवसर पर विकल नागर, महेश त्यागी, रामअवतार नागर, भरत अग्रवाल, महावीर गुप्ता, अभिषेक गर्ग, सुनील शर्मा भूरे, राहुल शर्मा, अनिल रुहेला आदि उपस्थित रहे।

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