नित्य संदेश ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पत्रकारों के हितों की लगातार सेवा और पत्रकारिता क्षेत्र में सुधार हेतु समर्पित प्रयास करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त पत्रकार समिति की ओर से एक महत्वपूर्ण पत्र भेजा गया है। पत्र के माध्यम से प्रदेश के पत्रकारों को पेंशन देने की माँग दोहराई गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सशक्त नेतृत्व क्षमता और जनहित में किए गए निर्णयों की देशभर में सराहना होती रही है। पत्रकारिता के क्षेत्र में भी उनके प्रशासनिक दृष्टिकोण को सकारात्मक माना जाता है।
पत्र में समिति के प्रदेश महासचिव अरुण कुमार त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया है कि कई वर्षों पूर्व राज्य सरकार द्वारा पत्रकारों को पेंशन देने की घोषणा की गई थी। लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस शासनादेश नहीं जारी हुआ है। समिति के अनुसार, देश के अन्य कई राज्यों में पत्रकारों को पेंशन देने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और राज्य सरकारों ने उन्हें आर्थिक सुरक्षा प्रदान कर दी है। पत्र में विशेष रूप से अनुरोध किया गया है कि संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करके शासनादेश को शीघ्र जारी किया जाए ताकि पत्रकार जीवन में सम्मानजनक व स्थायी आर्थिक सुरक्षा पा सकें। इससे न केवल पत्रकारिता की स्वतंत्रता और गुणवत्ता में वृद्धि होगी, बल्कि पत्रकार समाज को भी आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।
पत्र में आगे लिखा गया है, "ज्ञातव्य हो कि देश के अनेक राज्यों ने पत्रकारों को पेंशन प्रदान कर रखी है। आपसे निवेदन है कि आप संबंधित अधिकारियों को पेंशन जारी करने की घोषणा को क्रियान्वित करने हेतु निर्देशित करने की अनुकम्पा करें।" उत्तर प्रदेश में पत्रकार समाज अनेक सामाजिक, आर्थिक और प्रशासनिक समस्याओं का सामना करता आ रहा है। ऐसे समय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लगातार पत्रकारों के हितों के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण प्रदेश में सकारात्मक संदेश फैला रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पिछली योजनाओं जैसे जनकल्याणकारी कार्यक्रम, स्वच्छता अभियान और आर्थिक सुधारों के सफल क्रियान्वयन से प्रदेश की तस्वीर देशभर में उज्ज्वल हुई है। उनके प्रशासन में पारदर्शिता, न्यायप्रियता और विकासशील सोच के चलते जनता के बीच उनका विश्वास लगातार बढ़ा है।
उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त पत्रकार समिति के महासचिव अरुण कुमार त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए शीघ्र पेंशन संबंधी शासनादेश जारी करने की अपेक्षा व्यक्त की है। समिति ने यह भी आश्वस्त किया है कि यदि यह पेंशन योजना क्रियान्वित होती है, तो यह प्रदेश के पत्रकार समाज को आत्मविश्वास और सम्मान के साथ कार्य करने का सशक्त मार्गदर्शन प्रदान करेगी।
इस विशेष अपील से प्रदेशभर में पत्रकार समुदाय में आशा की नई लहर दौड़ गई है। विश्लेषक मानते हैं कि यदि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सकारात्मक पहल की जाती है, तो यह पत्रकारिता के क्षेत्र में ऐतिहासिक निर्णय होगा, जिससे यूपी के पत्रकार भविष्य में अपने कार्य को और भी आत्मनिर्भर व सम्मानजनक रूप से कर सकेंगे।
प्रदेश के पत्रकारों की दशा को सुधारने की दिशा में यह कदम बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में विकास, पारदर्शिता और जनकल्याणकारी नीतियाँ लगातार प्रभावी रूप से लागू हो रही हैं। अब इस अपील के बाद सबकी नजरें इस पर होंगी कि कब तक पत्रकारों को पेंशन योजना का लाभ मिल सकेगा।
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