-भाजपा की मांग- इस्लामाबाद का नाम बदलकर रखा जाए मातादीन वाल्मीकि, सपा करेगी
विरोध
नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता शुक्रवार को कलक्ट्रेट
पहुंचे। पूर्व पार्षद अफजाल सैफी ने बताया कि विधान परिषद सदस्य धर्मेंद्र
भारद्वाज द्वारा मेरठ के अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र इस्लामाबाद का नाम बदलकर महान
स्वतंत्रता सेनानी एवं हम सबके आदर्श मातादीन वाल्मीकि के नाम पर रखने का प्रस्ताव
दिया है, यह भाजपा की नफरत की राजनीति
का सूचक है और अति दलित और कमजोर मुसलमान को आपस में लड़ाकर राजनीति करने का
घिनौना षड्यंत्र के तहत विधान परिषद में प्रस्ताव रखा गया,
जिसका कोई औचित्य नहीं है।
बताया कि मातादीन वाल्मीकि के नाम पर मेरठ की किसी पॉश कॉलोनी एवं उत्तर प्रदेश की सुप्रसिद्ध धार्मिक नगरी, जो भगवान श्री राम की नगरी के नाम से जानी जाती है,
अयोध्या का नाम बदलकर महान स्वतंत्रता सेनानी मातादीन वाल्मीकि के नाम पर रखने की
मांग की है, अगर वास्तव में भाजपा और उसके चिन्ह प्रतिनिधि
महान स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सच्ची और अटूट आस्था रखते हैं और असिन प्यार
करते हैं तो विधान परिषद सदस्य संचालित शैक्षिक संस्थान और जो उनके अन्य
प्रतिष्ठान है या जो उन्होंने शोध संस्थान स्थापित किए हैं,
उनका नाम महान स्वतंत्रता सेनानी माता दिन वाल्मीकि एवं सुप्रसिद्ध ग्रंथ रामायण
के रचयिता महर्षि वाल्मीकि के नाम पर नामांतरण किया जाए,
जिससे इन संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को इन अति महापुरुषों के इतिहास
और बलिदान के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी मिल सके, तभी
उनके प्रति भाजपा और उसके जन प्रतिनिधियों मान सम्मान और स्वाभिमान बढ़ा सकती है, ना कि मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र जैसे इस्लामाबाद, जलालाबाद
का नाम श्री परशुराम भगवान के नाम पर रखना।
आपसी भाईचारा को ठेस पहुंचाती है भाजपा
शनिवार यानि 23 अगस्त को होने वाली
नगर निगम की बोर्ड बैठक ऐसे ज्वलनशील मुद्दे नहीं उठाए जाने चाहिए तथा नगर निगम के
समाजवादी पार्टी के पार्षद ऐसे किसी भी प्रस्ताव का डटकर विरोध करेंगे और प्रस्ताव
को पास नहीं होने देंगे, जिससे समाज में नफरत और आपसी भाईचारा को ठेस लगे, ऐसे किसी भी प्रस्ताव का समाजवादी पार्टी समर्थन नहीं करती है, अति दलित और मुसलमान का समाजवादी पार्टी कभी अहित नहीं होने देगी।
धर्म के नाम पर नफरत फैलाती है भाजपा
कहा कि धर्म के नाम पर नफरत फैलाने वाली भाजपा और उसके
जनप्रतिनिधियों के किस प्रकार के प्रस्ताव पर रोक लगाए और
उनकी भड़काऊ भाषा शैली पर तत्काल रोक लगाई जाए यह समाजवादी पार्टी की मांग है। इस मौके पर संगीता राहुल पूर्व
पार्षद, मोहम्मद चांद पूर्व प्रदेश सचिव समाजवादी, नेहा गौड, वसीम राहुल, चौधरी सलीम मुनकाद, कपिल राज शर्मा, अनिल वर्मा, अकील
सैफी सोनू आदि मौजूद रहें।
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