नित्य संदेश ब्यूरो
सहारनपुर। सिप्ला हेल्थ लिमिटेड के प्रमुख दर्द निवारण ब्रांड ओमनीजैल ने
कांवड़ यात्रा-2025 के दौरान लाखों श्रद्धालुओं को आराम और देखभाल प्रदान
करने की अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर दोहरया। इसका नारा था आपकी भक्ति को दर्द की
नज़र न लगे। लंबी दूरी तक पवित्र कांवड़ उठाकर चलने वाले कांवड़ियों की शारीरिक
कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए ओमनीजैल ने दर्द से राहत और सहारा प्रदान करने लिए खुद को एक संवेदनशील साथी
के रूप में प्रस्तुत किया, ताकि ये कंधा झुकेगा, सिर्फ भगवान के
सामने का संकल्प पूरा हो।
इस पहल के तहत ओमनीजैल ने उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के प्रमुख तीर्थ यात्रा मार्गों पर व्यापक बहु-राज्यीय, ऑन-ग्राउंड एक्टिवेशन
शुरू किया। इसका सबसे आकर्षक पहलू था कंधा कवच का शुभारंभ—एक विशेष रूप से
डिज़ाइन किया गया शोल्डर सपोर्ट, जो लंबी दूरी तक कांवड़ उठाने से होने वाले दबाव को कम करने के लिए बनाया गया।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सहारनपुर, मेरठ, मुज़फ्फरनगर, असरगंज, जलेबिया मोड़ और
तारकेश्वर में छह समर्पित स्टॉल लगाए गए। प्रत्येक स्थान पर कांवड़ियों का स्वागत
ब्रांडेड बूथों में किया गया, जहाँ थकी हुई मांसपेशियों को आराम देने के लिए ओमनीजैल से मुफ्त मालिश, पुनः ऊर्जा प्राप्त
करने हेतु आराम करने के लिए रेस्टिंग ज़ोन (विश्राम क्षेत्र के लिए) और यात्रा में मदद के
लिए ओमनीजैल के मुफ्त सैंपल उपलब्ध कराए गए। प्रशिक्षित प्रमोटर्स ने हज़ारों
कांवड़ियों से बातचीत की, उनकी कहानियाँ सुनीं और
उन्हें व्यक्तिगत देखभाल दी, जिससे यह कांवड़ यात्रा की सबसे प्रभावशाली ब्रांड एक्टिवेशन्स में से एक बन
गई।
ऑन-ग्राउंड एक्टिवेशन के बाद ओमनीजैल ने एक लघु डिजिटल फ़िल्म जारी की, जिसमें कांवड़ यात्रा
के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा झेली जाने वाली शारीरिक चुनौतियों और उनकी यात्रा को
सहज बनाने में ब्रांड की भूमिका को दर्शाया गया। इस फ़िल्म में यात्रा के वास्तविक
क्षण दिखाए गए—लंबे पैदल सफ़र, भारी कांवड़ का बोझ—और यह बताया गया कि
कैसे ओमनीजैल के पेन रिलीफ़ सॉल्यूशन्स ने श्रद्धालुओं को अपनी आस्था पर केंद्रित
रहने की शक्ति दी। ब्रांड के डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स पर रिलीज़ हुई यह फ़िल्म इस
अभियान के संदेश को और व्यापक दर्शकों तक ले गई, और ओमनीजैल की इस
प्रतिबद्धता को मज़बूत किया कि दर्द की रुकावट के बिना भक्ति की राह में कदम आगे
बढ़ते रहें।
प्रमुख तीर्थस्थलों पर अपनी उपस्थिति के साथ ओमनीजैल ने केवल
शारीरिक राहत ही नहीं दी, बल्कि एकजुटता और करुणा
का प्रतीक भी बना। व्यावहारिक सहयोग और भावनात्मक जुड़ाव दोनों का सुखद मेल करते
हुए ब्रांड ने कांवड़
यात्रा 2025 के हर कदम को और हल्का बना दिया—यह सुनिश्चित करते हुए कि आस्था और भक्ति पर दर्द की कोई छाया न पड़े।
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