नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। दस लक्षण पर्व के चौथे दिन उत्तम सत्य का पर्व दिगंबर जैन मंदिर आनंदपुरी में धूमधाम से मनाया गया। सर्वप्रथम भगवान श्री शांतिनाथ को पांडुकशिला पर विराजमान कर अभिषेक तथा शांति धारा की गई।
तत्पश्चात देव शास्त्र गुरु, मुनि सुब्रत नाथ भगवान, श्री अभिनंदन नाथ भगवान की पूजा की गई, उसके बाद अर्हम चक्र महामंडल विधान किया गया, जिसमें मांडले पर अर्घ समर्पित किए गए। सभी क्रियाएं पंडित नंदन शास्त्री द्वारा संपन्न कराई गई। शाम को सामूहिक आरती की गई, उसके बाद पंडित नंदन शास्त्री ने प्रवचन करते हुए कहा कि सत्य धर्म सच्चाई और ईमानदारी पर आधारित है, इसमें जीवों के प्रति अहिंसा और करुणा का भाव भी आ जाता है। व्यक्ति को यदि ऐसी स्थिति का सामना करना पड़े कि सत्य बोलने से किसी निर्दोष की जान जा सकती है तो वहां पर झूठ बोलकर उसकी जान बचाना भी सत्य के अंतर्गत आ जाता है। इसके पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम किए गए, जिसमें बच्चों ने उत्साह के साथ भाग लिया। इन सभी कार्यक्रम में सुनील जैन, अचल जैन, अभिषेक जैन, अरुण जैन, सत्येंद्र जैन तथा शैलेंद्र जैन आदि ने सहयोग किया।
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