नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। सरधना के गांव दबथुवा स्थित छावनी क्षेत्र में पिछले कई दिनों
से एक तेंदुआ दिखाई दे रहा है। सैनिकों ने इस संबंध में वन विभाग को भी सूचना दे
रखी है, लेकिन तेंदुए को पकड़ने
के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। केवल एक पिंजरा लगाकर सैन्य क्षेत्र में
छोड़ दिया गया। यहां वन विभाग की टीम गश्त भी नहीं कर रही है। जिस कारण सैनिकों
में दहशत बनी हुई है। यहां पर सैनिकों के 100 से अधिक परिवार भी रहते हैं।
दबथुवा के सैन्य क्षेत्र में पहली बार रात में ड्यूटी करने वाले सैनिकों को 16 जुलाई को तेंदुआ दिखा
था। उसी समय वन विभाग की टीम भी सैन्य क्षेत्र में पहुंची थी। टीम ने पहले तेंदुए
को दो दिन ऐसे ही तलाशती रही, लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद टीम ने एक पिंजरा लगाया और कैमरा भी लगाया। उधर, सैनिकों की मांग है कि
यहां पर दो से तीन पिंजरे लगाने के बाद ही तेंदुए को पकड़ा जा सकता है, क्योंकि वह रात में
निकलता है और चारों तरफ घूमता है। सैन्य क्षेत्र में रहने वाले सिविल लोगों ने
तेदुए की वीडियो भी बनाई हुई है। कभी वह दीवार पर बैठा मिलता है तो कभी सैनिक कार्यालय के बाहर घूमता हुआ दिखता
है। अब तक तेंदुआ 10 से 12 बार देखा जा चुका है।
वन विभाग के अधिकारी ने सूचना के बाद भी एक बार भी सैन्य क्षेत्र में पहुंचकर
तेंदुए के संबंध में कोई जानकारी नहीं ली है। सैन्य क्षेत्र में काम
करने वाले सिविल लोगों का कहना है कि तेंदुआ अधिकतर रात में ही देखा जाता है। वह
दिन में झाड़ियों में छिपा रहता है। रात में निकलता है और फिर आराम से घूमता है।
सैनिकों को भी डर है कि कहीं वह किसी सैनिक पर हमला न कर दें।
ड्यूटी करने वाले सैनिकों को अधिक खतरा
रात के समय कुछ सैनिक कार्यालयों के बाहर ड्यूटी करते हैं। ऐसे सैनिकों को तेंदुए से अधिक खतरा है। इसलिए सेना के अधिकारियों की तरफ से वन विभाग को बार-बार तेंदुआ पकड़ने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन वन विभाग लापरवाह बना हुआ है। छावनी क्षेत्र दबथुवा में सैनिकों के 100 से अधिक परिवार रहते हैं। इस समय परिवारों में दहशत का माहौल है। सैनिकों के बच्चे भी अपने घर से नहीं निकल रहे हैं।
इन्होंने कहा
प्रभागीय निदेशक वानिकी वंदना फोगाट का कहना है कि सैन्य क्षेत्र में तेंदुआ
आने की सूचना है। वहां पर एक पिंजरा लगाया गया है। कैमरा भी लगाया गया है। रोस्टर
बनाकर टीम गश्त भी कर रही है। आस-पास के लोगों से भी संपर्क किया जा
रहा है।
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