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Tuesday, July 29, 2025

जिसके हृदय में हरि भक्त नहीं है, उनका शरीर शव समान है: सरस्वती महाराज

 


नित्य संदेश ब्यूरो

मेरठ। आभा मानव मंदिर वरिष्ठ नागरिक सेवा सदन में शुभम करोति फाउंडेशन की ओर से श्री रामचरितमानस बालकांड के छठे दिन के प्रवचन में व्यास पीठ महामंडलेश्वर स्वामी अनंतानंद सरस्वती ने कहा कि महादेव पार्वती संवाद में भगवान शिव बोले कि ज्ञान यज्ञ के द्वारा जहां तत्व का चिंतन होता है, ऐसे ज्ञान यज्ञ के द्वारा मैं सबसे ज्यादा प्रसन्न होता हूं।


जगत के सारे संसाधनों के परिणाम स्वरुप हमें सत्संग मिल जाए, सत्संग समझ आने लगे तो हमारी जन्म-जन्मांतर की यात्रा सफल हो जाती है। महादेव ने कहा कि मैं सबमें हूं, यह अनुभूति कोई संत ही करा सकता है, क्योंकि वह तत्व में स्थित है। जिसके हृदय में हरि भक्त नहीं है, उनका शरीर शव समान है, जो केवल अपने स्वार्थ के लिए जीवन जीता है वह असुर होता है, जैसे ताली बजाने पर पक्षी दूर भाग जाते हैं, ऐसे ही राम कथा सुनने पर जब भीतर के तत्व ज्ञान रूपी ताली बजती है, तब भीतर के सब संशय उड़ जाते हैं। जब तक महापुरुषों को प्राप्त करके परमात्मा की प्राप्ति ना हो जाए, तब तक इस राम कथा को सुनते रहना चाहिए। व्यास पूजन कुणाल दीक्षित, प्रियांक सिंघल ने किया। आभा गोविंल, सुरेश चंद्र गोविल, सविता गर्ग, मंजू शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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