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Wednesday, July 30, 2025

भगवान में अनंत गुण, जिनका वर्णन करना असंभव: सुनील जैन


नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। श्री दिगंबर जैन मंदिर आनंदपुरी में मुनि प्रवक्ता सुनील कुमार जैन ने अपनी माता भगवती देवी की आठवीं पुण्य तिथि के अवसर पर शांति महामंडल विधान का आयोजन किया।

सर्वप्रथम भगवान को पांडुक शिला पर विराजमान कर अभिषेक एवं शांति धारा की गई, जिसका सौभाग्य सुनील कुमार जैन को प्राप्त हुआ, तत्पश्चात देव शास्त्र गुरु एवं भगवान महावीर की पूजा की गई, उसके पश्चात शांति महामंडल विधान का पाठ किया गया। मांडले पर 120 अर्घ चढ़ाए गए एवं 1100 मंत्रों की आहुति दी गई। 16वें तीर्थंकर श्री शांतिनाथ भगवान के काल से अब तक जैन धर्म निर्बाध रूप से अपने प्रभावना कर रहा है। शांति विधान में भगवान के गुणों की महिमा का वर्णन किया गया है। भगवान में अनंत गुण थे, जिनका वर्णन करना असंभव सा प्रतीत होता है, लेकिन श्रावक अपनी भक्ति में थोड़ा कहे तो वह भी बहुत पुण्य को देने वाला होता है। 

हम भगवान से यह इच्छा जताते हैं कि हमें सुखों की प्राप्ति हो और सुखों की प्राप्ति हमारी घटती इच्छाओं से होती है, जब हमारी संपूर्ण इच्छा समाप्त हो जाती है तो हम पूर्ण रूप से सुख प्राप्त कर लेते हैं। शाम को 48 दीपकों से सामूहिक आरती की गई। यह सभी धार्मिक क्रियाएं पंडित मनोज शास्त्री के द्वारा संपन्न हुई। समस्त क्रियाओं में सहयोग देने वालों में विनय जैन, अनंत वीर जैन, अभिषेक जैन, सत्येंद्र जैन, मनीष जैन, राहुल जैन तथा चिन्मय जैन मुख्य रहे।

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