Breaking

Your Ads Here

Thursday, June 26, 2025

मकान न खाली करना पड़े, इस कारण मारी गई थी इमरान को गोली


-आरोपी का बड़ा भाई घायल की दुकान पर 20 सालों से करता है काम
नित्य संदेश ब्यूरो 
मेरठ। थाना मवाना पुलिस ने गत 21 जून की रात्रि जूता शोरूम मालिक पर फायरिंग करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से आरोपी घायल हो गया। जिसके कब्जे से एक तमंचा नाजायज .315 बोर, 01 खोखा कारतूस .315 बोर तथा घटना में प्रयुक्त बाइक को बरामद कर लिया गया।

उप निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि गत 21 जून की रात्रि जूता शोरूम मालिक पर शोयेब पुत्र मुस्तकीम, बिलाल पुत्र मुस्तकीम निवासीगण अल्ला वाली गली के सामने प्रिया टाकिज के पास मोहल्ला कल्याण सिंह एवं फरहान पुत्र खुर्शीद आलम निवासी मोहल्ला हीरालाल ने गोली मार दी थी। सीसीटीवी फुटेज तथा अन्य सर्विलांस साक्ष्य के आधार पर यह गिरफ्तारी गई। पूछताछ में सामने आया कि मुख्य आरोपी शोयेब है, जिसने घटना में प्रयुक्त तमंचे को अटौरा बाईपास पर गन्ने के खेत में छिपा दिया था। पुलिस पार्टी द्वारा जब तमंचा बरामद करने के लिए शोएब को अटौरा बाईपास पर गन्ने के खेत ले जाया गया, उक्त तमंचे की बरामदगी के दौरान शोयेब द्वारा पुलिस पर जान से मारने की नियत से फायर कर दिया गया और भागने का प्रयास करने लगा। फायरिग से पुलिस पार्टी ने अपने आप को बचाते हुए आत्मरक्षार्थ गोली चलाई, शोयेब के बाए पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया और मौके पर ही पकड़ा गया। घायल शोयेब को सीएचसी मवाना में भर्ती कराया गया है। पूछताछ में बताया गया कि व्यापारी को जान से मारने की नियत से गोली मारी गयी थी, जिससे व्यापारी घायल हो गया।

इमरान की दबंग छवि बनी हमले का कारण
उप निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि इमरान इलाही की दुकान पर बिलाल पुत्र मुस्तकीम विगत 20 वर्षों से काम करता था। इमरान इलाही ने अपने अन्य भाइयों के साथ मिलकर एक मकान खरीदा था, जिसमें बिलाल को किराए पर रख दिया था। इमरान इलाही के भाइयों का जब बटवारा हुआ तो यह मकान इमरान इलाही के भाई गुफरान को मिल गया, जिसे लगभग दो वर्षों से वह खाली करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन बिलाल खाली नहीं कर रहा था। इस मकान की कीमत वर्तमान में एक करोड़ रुपया है, इस पर बिलाल कब्जा करना चाह रहा था, बिलाल केवल इमरान इलाही से दबता था, बाकी उनके भाइयों की हिम्मत उस मकान को खाली करवाने की नहीं थी।

हमले के लिए शूटरों को किया हायर
घटना के दिन 21 जून को गुफरान उक्त मकान खाली करवाने के लिए मजदूर लेकर गया और किचन, बाथरूम में थोड़ी तोड़फोड़ भी की। शाम को इमरान इलाही ने बिलाल को बुलाया, लेकिन वह उस समय नहीं आकर रात्रि लगभग 9:00 बजे आया। वह शूटरों का इंतजार कर रहा था, जब शूटर आए, तब तक इमरान इलाही अपने साडू नसीम के साथ सगीर मिस्त्री के घर चले गए, फिर शूटरों ने उनका पीछा किया और लौटते समय घटना को अंजाम देकर प्रिया टॉकीज की तरफ चले गए।

गन्ने के खेत में छिपा दिया था तमंचा
इस घटना को अंजाम देते समय बिलाल के छोटे भाई शोएब ने गोली चलाई और उसका साथी फरहान मोटरसाइकिल चला रहा था। उक्त घटना को अंजाम देने में तीन लोग शामिल थे। तीनों आरोपियों को पकड़ लिया गया है। पूछताछ पर अभियुक्तों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। शोएब जिसने, इमरान इलाही को गोली मारी थी, उसने तमंचा बरामद करवाने को कहा, जिसे मनोज शर्मा की टीम कस्बा मवाना में मील बाईपास में गन्ने के खेत के पास बने एक खाली प्लाट की चार दिवारी के पास ले गई।

पुलिस पर फायर किया, जवाब में हुआ लंगड़ा
बरामद स्थल पर उसने पहले से छुपी हुई, अपना टोपी तथा गमछा दिया और दूसरे स्थान से तमंचा उठाने गया तो तमंचा उठते ही उसने पलटकर पुलिस टीम पर फायर कर दिया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में जब फायरिंग की तो गोली शोएब के बाएं पैर में लगी, जिससे वह घायल हो गया। उसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

No comments:

Post a Comment

Your Ads Here

Your Ads Here