नित्य संदेश ब्यूरो
मेरठ। जनसुनवाई समन्वय
शिकायत निवारण प्रणाली में माह मई-2025 की मासिक मूल्यांकन रिपोर्ट डीआईजी को प्राप्त
हो गई। मीडिया को जारी किए गए बयान में डीआईजी ने बताया कि आईजीआरएस, जनसुनवाई और सीएम
हेल्पलाइन पोर्टल पर जो शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, उनका शासन की मंशानुरूप
समयबद्ध विधिक निस्तारण कराया गया, जिससे आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त होने वाली परिक्षेत्रों
की रैकिंग जारी की गई, जिसमें मेरठ परिक्षेत्र द्वारा लगातार तीसरी बार प्रथम स्थान
प्राप्त किया गया है।
डीआईजी कलानिधी नैथानी ने बताया कि परिक्षेत्र के सभी जनपद प्रभारियों को आईजीआरएस प्रणाली से प्राप्त शिकायतों का उच्चकोटि की गुणवत्ता एवं समयबद्ध निस्तारण करने व जनसुनवाई के दौरान शिकायतकर्ताओं की समस्याओं को गम्भीरता से सुनकर शासन की मंशानुरूप पूर्ण मनोयोग से समस्याओं के विधिक निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया है। पोर्टल पर प्राप्त शिकायतो की जांच के लिए सम्बन्धित अधिकारी स्वयं मौके पर जाकर गुणवत्ता के आधार पर जांच करें, फोन द्वारा अथवा थाने पर ही बैठकर जांच रिपोर्ट प्रेषित न करें। आईजीआरएस प्रार्थना पत्र की जांच आख्या अपलोड करने से पूर्व थाना प्रभारी स्वयं भी फीडबैक लेकर आख्या अपलोड कराए।
15 दिन के अंदर हो जाए
निस्तारण
पोर्टल से प्राप्त शिकायतों
व फीडबैक सम्बन्धी थानों पर बनाए गए रजिस्टरों को अद्यावधिक रखा जाए। आईजीआरएस पोर्टल
पर प्राप्त शिकायतों की समीक्षा प्रत्येक 15 दिवस में नोडल अधिकारी स्वयं करें। पोर्टल
पर प्राप्त शिकायत की घटनास्थल की भौगोलिक स्थिति जांच आख्या में उल्लेखित करें।
निस्तारण होगा तो शिकायतों
में कमी आएगी
डीआईजी ने परिक्षेत्र के
सभी जनपदों को निर्देशित किया कि जन शिकायतों का शासन की मंशानुसार प्राथमिकता के आधार
पर गुणवत्तापूर्ण विधिक निस्तारण करना सुनिश्चित करें, ताकि जनता को त्वरित लाभ मिल
सके। शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण से जहां एक ओर जनता को समय से न्याय मिलता है, वहीं
पुलिस के विरूद्ध आने वाली शिकायतों में भी कमी आती है।
No comments:
Post a Comment